भाजपा युवा मोर्चा सिरमौर के पूर्व अध्यक्ष ने भाजपा को छोड़ थामा कांग्रेस का हाथ
सिरमौर में भाजपा को एक करारा झटका लगा है। ऐसा हम इस लिए कह रहे है क्योंकि भाजपा युवा मोर्चा सिरमौर के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कंवर और पूर्व प्रधान पृथ्वी राज ने आज नववर्ष में भाजपा को पूर्ण रूप से त्याग दिया है और पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर की अध्यक्षता में कांग्रेस का दामन थाम लिया है। सोलन के लोक निर्माण विभाग में प्रेस वार्ता कर गंगूराम मुसाफिर ने इसकी जानकारी सार्वजनिक की।उन्होंने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं का उनकी पार्टी में अब दम घुटने लग गया है। भाजपा की कथनी और करनी में उन्हें अब फर्क पता चल चुका है यही वजह है कि वह अब भाजपा को छोड़ कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदीप कंवर भाजपा लीगल सैल में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य है। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक भी है। लेकिन आज उनकी आँखे खुल चुकी है। वह जान चुके हैं कि कांग्रेस ही देशवासियों के उत्थान के लिए कुछ कर सकती हैं।
वहीँ प्रदीप कंवर ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश और देश की जनता को सत्ता में आने से पहले काफी सुनहरी सपने दिखाए गए। लेकिन यह सपने केवल सपने ही रह गए। जो जनता की हालत है वह बद से बदतर होते जा रहे हैं। महंगाई चर्म सीमा पर पहुंच चुकी है। बेरोज़गारों की फ़ौज बढ़ती जा रही है। किसान आज दरदर की ठोकरें खाने पर मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी के अंतर के कारण वह प्रदेश की जनता को जवाब देने में असमर्थ है। इसलिए उनका भाजपा में दम घुट रहा था। यही वजह है कि आज वह पूर्व प्रधान पृथ्वीराज जो पच्छाद की विधायक के गांव से संबंध रखते है वह भी कांग्रेस परिवार में शामिल हुए हैं।
भाजपा नेताओं का कांग्रेस में शामिल होना समझा जा रहा है कि गंगूराम मुसाफिर को चुनावी बेला में संजीवनी मिल गई है। लेकिन शायद भाजपा नेता भी जान चुके है कि भाजपा प्रदेश से अब जाने वाली है और उनका भविष्य खतरे में है इस लिए शायद वह भाजपा का दामन छोड़ संजीवनी की तलाश में कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। अब इस घटना में कांग्रेस को कितना फायदा होगा या जो भाजपा नेता अपनी पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो रहे है उन्हें कितना फायदा होगा यह देखने वाली बात होगी। फिलहाल प्रदीप कंवर ने पूछे गए सवाल में यह स्पष्ट कर दिया है कि उनकी आस्था गंगूराम मुसाफिर में अधिक और कांग्रेस पार्टी में कम ही है। और वह चाहते है है कि पच्छाद से गंगूराम मुसाफिर को ही टिकट मिले।