अब तक 19 पर्वतारोहियों के शव बरामद, 10 अब भी लापता, बर्फबारी बन रही रेस्क्यू में बाधा

अब तक 19 पर्वतारोहियों के शव बरामद, 10 अब भी लापता, बर्फबारी बन रही रेस्क्यू में बाधा |*

द्रोपदी का डांडा में रेस्क्यू अभियान

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मातली में अपनों का इंतजार करते लोग

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मातली में अपनों का इंतजार करते लोग

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हिमस्खलन

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जाते हुए हुआ था हादसा
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान का द्रौपदी का डांडा-2 की तरफ जाते हुए हिमस्खलन की चपेट में आया था। हादसे में जिंदा बचे निम के प्रशिक्षक अनिल कुमार ने यह जानकारी दी है। डोकरानी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में स्थित द्रौपदी का डांडा-2 हिमस्खलन घटना के बाद निम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया था कि हादसा चोटी से उतरने के दौरान हुआ था। बताया जा रहा है कि निम ने घटना के तत्काल बाद जब रेस्क्यू के लिए एसडीआरएफ से संपर्क किया था तो उसे भी हिमस्खलन की चपेट में आने वालों की स्पष्ट संख्या नहीं बताई थी। हादसे में जिंदा लौटे निम के प्रशिक्षक अनिल कुमार का कहना था कि चोटी के आरोहरण के दौरान अचानक हिमस्खलन हुआ जबकि उस समय दल के सदस्य चोटी से महज 100 से 150 मीटर की दूरी पर थे।
निम में पसरा सन्नाटा

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