Body Builder Priya Singh 10 साल में हुई शादी, दो बच्चों की मां ने खर्च चलाने के लिए जिम में की नौकरी, अब जीत लाई Gold Medal

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हाल ही में थाईलैंड के पटाया में आयोजित हुई 39वें इंटरनेशनल महिला बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में राजस्थान की प्रिया सिंह ने गोल्ड मेडल जीता है. वो राजस्थान की पहली महिला बॉडी बिल्डर हैं. लेकिन प्रिया के लिए यहां तक पहुंचना आसान नहीं था. वो काफ़ी संघर्ष के बाद चैम्पियन बनी.

10 साल की उम्र में हो गई शादी

प्रिया सिंह राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली हैं. वो एक दलित परिवार से हैं. दस साल की उम्र में उनकी शादी करा दी गई. लेकिन प्रिया जब और समझदार हुईं तो उन्होंने परिवार और समाज के सामने अपना पक्ष मजबूती से रखा. शुरुआत में परिवार का सपोर्ट भी ज्यादा नहीं मिला. लेकिन धीरे-धीरे उनका साथ मिलने लगा.

प्रिया सिंह दो बच्चों की मां हैं. जब परिवार आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा था. तब प्रिया सिंह ने जिम में नौकरी करने का फैसला किया. उनकी पर्सनालिटी देखकर उन्हें फ़ौरन नौकरी मिल गई. लेकिन घर और जिम दोनों में बैलेंस बनाना उनके लिए आसान नहीं था. हालांकि, उनके पति ने उनका खूब साथ दिया.

Priya Singh won Gold in International WomenTwitter

स्टेट लेवल पर जीता 3 बार गोल्ड

जिम में नौकरी के दौरान उन्होंने भी जिम में ट्रेनिंग लीं. वो अपनी मेहनत से एक सफल जिम ट्रेनर बन गईं. प्रिया सिंह मीडिया इंटरव्यू के दौरान बताया कि जिम में ट्रेनिंग के दौरान उन्हें पता लगा कि बॉडी बिल्डिंग का कॉम्पटीशन भी होता है. लेकिन राजस्थान से कोई महिला बॉडीबिल्डर नहीं है. तभी उन्होंने इसमें अपना करियर बनाने का सपना देख लिया.

उनकी मेहनत रंग लाने लगी. प्रिया बॉडी बिल्डिंग कॉम्पटीशन में हिस्सा लेने लगीं. उन्होंने स्टेट लेवल पर तीन बार गोल्ड जीत चुकी हैं.

प्रिया सिंह ने राजस्थान बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में 2018, 2019 व 2020 में गोल्ड मेडल जीता है.

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इंटरनेशनल महिला बॉडीबिल्डिंग में जीता गोल्ड

हाल ही में थाईलैंड के पटाया से वो वापस लौटीं हैं. जहां 17-18 दिसंबर को 39वां इंटरनेशनल महिला बॉडीबिल्डिंग प्रतियोगिता हुई, जिसमें राजस्थान की पहली महिला बॉडीबिल्डर प्रिया सिंह ने गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन किया है.

पत्रिका के मुताबिक, प्रिया सिंह के दिल में एक मलाल है, जब वो राजस्थान के जयपुर एयरपोर्ट पहुंची तो सिर्फ परिवार के चुनिंदा लोग ही उनके स्वागत के लिए मौजूद थे. वे घर अकेली पहुंची, जबकि उन्होंने सोचा था कि जब वह जयपुर लौटेंगी तो लोगों का स्नेह उन्हें मिलेगा. उनका शानदार स्वागत होगा. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. रास्ते में भी कोई नहीं मिला. जिसकी तवक्को प्रिया सिंह को नहीं थी.