अग्निपथ को लेकर उबाल, हरिद्वार में जुटे देशभर के किसान, राकेश टिकैत के नेतृत्व में निकाला पैदल मार्च

 अग्निपथ को लेकर उबाल, हरिद्वार में जुटे देशभर के किसान, राकेश टिकैत के नेतृत्व में निकाला पैदल मार्च

अग्निपथ के विरोध में किसानों का हरिद्वार में प्रदर्शन

अग्निपथ के विरोध में धर्मनगरी हरिद्वार में पहुंचे देशभर के किसानों ने पैदल मार्च निकाला। लालकोठी से लेकर रोड़ीबेलवाला मैदान तक किसानों ने पैदल मार्च निकाल विरोध प्रदर्शन किया। भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष की मौजूदगी में एलान किया गया कि अग्निपथ योजना समेत किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए अब  30 जून को देशभर में जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा।

धर्मनगरी में चल रहे भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के तीन दिवसीय किसान महाकुंभ (चिंतन शिविर) के दूसरे दिन शुक्रवार को यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के नेतृत्व में शनिवार को लालकोठी से रोड़ीबेलवाला मैदान तक पैदल मार्च निकालने का निर्णय लिया गया था। इसी के तहत भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में शनिवार को किसानों ने मार्च निकाला।

भारतीय किसान यूनियन रोड गुट के प्रदेश अध्यक्ष पद्म सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना युवाओं के लिए छलावा है। इसका किसान संगठन कड़ा विरोध करेंगे। इसके विरोध में हरिद्वार में निकलने वाली पैदल यात्रा में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। वहीं भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री का कहना है कि केंद्र सरकार ने युवाओं के साथ मजाक किया है। 

अग्निपथ के विरोध में किसानों का हरिद्वार में प्रदर्शन

किसान महाकुंभ (चिंतन शिविर) में पहुंचे भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अग्निपथ योजना का वह पहले ही कड़ा विरोध कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में योजना को लेकर आंदोलन भी शुरू हो गया है। लेकिन यह विरोध हिंसक नहीं होना चाहिए। उन्होंने देशभर के युवाओं से शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन करने का आह्वान किया है। 
अग्निपथ के विरोध में किसानों का हरिद्वार में प्रदर्शन

राकेश टिकैत ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाना और हिंसा करना राष्ट्रहित में नहीं है।ये भीपांच सितारा होटल में महिला कर्मचारी से बाथरूम में दुष्कर्म, नाबालिग पर आरोप, जुवेनाइल बोर्ड में आज पेशीउन्होंने कहा कि धरना प्रदर्शन के जरिये अपनी बात सरकार तक पहुंचाई जा सकती है।