दोबारा ब्रिटेन का पीएम बनने के लिए बेताब हैं बोरिस जॉनसन, छुट्टियां बीच ही में खत्‍म कर लौटे लंदन

यूके (UK) की पीएम रहीं लिज ट्रस (Liz Truss) ने सिर्फ 45 दिनों में ही अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया। उनके इस्‍तीफे के बाद ब्रिटेन (Britain) में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। देश में फिर से नए पीएम की रेस शुरू हो गई और फिर से भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हें। लेकिन पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन (Boris Johson) फिर से इस दौड़ में शामिल हैं।

Boris-Johson

लंदन: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन एक बार फिर से देश के पीएम बन सकते हैं। शनिवार को जॉनसन अपनी छुट्टियां बीच में ही खत्‍म करके लंदन लौट आए हैं। माना जा रहा है कि वह जोर-शोर से अपना कमबैक कैंपेन शुरू कर सकते हैं। जॉनसन, कैरिबियाई द्वीप में छुट्टी मनाने गए थे। गुरुवार को पूर्व पीएम लिज ट्रस ने सिर्फ छह हफ्तों के अंदर ही अपने पद से इस्‍तीफा देने का ऐलान कर दिया था। इसके साथ ही देश में फिर से राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। ट्रस ने कहा था कि नए नेता का चुनाव एक हफ्ते के अंदर होगा। हालांकि बुकीज का दांव भारतीय मूल के ऋषि सुनक और पेनी मोर्डंट पर है। लेकिन कंजर्वेटिव पार्टी के कई नेता जॉनसन का समर्थन कर रहे हैं और 10 डाउनिंग स्‍ट्रीट पर उन्‍हें ही देखना चाहते हैं।
जुलाई में दिया इस्‍तीफा
एक के बाद एक स्‍कैंडल के चलते जॉनसन को जुलाई में अपना पद छोड़ना पड़ा था। सितंबर में देश को उनका उत्‍तराधिकारी मिला था। रेस में सुनक और ट्रस थे और बाजी ट्रस ने मारी थी। ब्रिटेन की मीडिया की मानें तो यूके के ट्रेड मिनिस्‍टर जेम्स डुड्रिज के साथ बातचीत में जॉनसन ने कहा है कि वह पीएम पद के लिए रेडी हैं। इसके साथ ही उन्‍होंने इशारा कर दिया है कि वह पार्टी नेतृत्‍व के चुनाव में शामिल होंगे। हालांकि उन पर अभी उन आरोपों की जांच चल रही है जो सांसदों की तरफ से लगाए गए हैं।

साल 2016 के बाद यह पहला मौका है जब देश में इतना बड़ा राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। उस समय ब्रेग्जिट कैंपेन की वजह से डेविड कैमरून को पद छोड़ना पड़ गया था। जॉनसन को पूर्व गृह मंत्री प्रीति पटेल का भी समर्थन मिल रहा है। उन्‍होंने ट्वीट कर कहा, ‘बोरिस के पास हमारे चुने हुए घोषणापत्र को पूरा करने का जनादेश है और बड़े फैसलों को सही तरीके से हासिल करने का एक सिद्ध ट्रैक रेकॉर्ड है।’

कई सांसद वापसी से डरे

जॉनसन की वापसी पर कुछ संदेह है क्‍योंकि कई सांसदों को डर है कि अगर वह बतौर पीएम वापस आते हैं तो यह काफी खतरनाक हो सकता है। पूर्व उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री डॉमनिक रॉब ने भी बीबीसी से कहा, ‘हम पीछे नहीं जा सकते हैं।’ रॉब ने अपने बयान से इशारा किया कि किस तरह से पार्टीगेट स्‍कैंडल में पीएम आवास पर गैर-कानूनी तौर पर कोविड के समय लोगों की भीड़ जमा हुई थी।

पूर्व पीएम जॉनसन अगले कुछ हफ्तों में जांच कमेटी के सामने हाजिर होंगे। यह कमेटी इस बात की जांच कर रही है कि क्‍या जॉनसन ने अनने घर पर होने वाली पार्टियों को लेकर झूठ बोला था, क्‍या उन्‍हें सस्‍पेंड कर दिया जाए या फिर उन्‍हें एक सांसद के तौर पर निकाल दिया जाए।

सोमवार तक चाहिए इतने वोट
1922 कमेटी के नेता ग्राहम ब्रैडी ने कहा है कि नया पीएम शुक्रवार तक चुन लिया जाएगा। सोमवार यानी 24 अक्‍टूबर तक ट्रस की जगह लेने वाले उम्‍मीदवार के पास कम से कम 100 सांसदों का समर्थन होना चाहिए। 60 फीसदी सदस्‍य मानते हैं कि सुनक को रिप्‍लेसमेंट के तौर पर लाना एक अच्‍छा आइडिया हो सकता है। वहीं, 47 फीसदी सदस्‍यों ने जर्मी हंट को वोट दिया है। पेनी मोर्डंट के पक्ष में 54 फीसदी सदस्‍य हैं। 62 फीसदी लोग रक्षा मंत्री बेन वॉलेस के पक्ष में हैं।

कितने सांसद जॉनसन के पक्ष में
पार्टी के सांसदों का मानना है कि वो देश के भविष्‍य के लिए एक बेहतर नेता साबित हो सकते हैं। YouGov पोल में पार्टी के 55 फीसदी सदस्‍यों का कहना है कि चुनाव की स्थिति में वह सुनक को वोट करेंगे। वहीं 63 फीसदी सदस्‍य मानते हैं कि पूर्व पीएम जॉनसन बेहतर विकल्‍प हो सकते हैं। 32 फीसदी नेताओं ने उन्‍हें टॉप कैंडीडेट करार दिया। 23 फीसदी सदस्‍य सुनक के पक्ष में हैं।