रणबीर कपूर और आलिया भट्ट स्टारर ‘ब्रह्मास्त्र’ बायकॉट कैंपेन के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म कर रही है। इंडस्ट्री के सोर्सेज और ट्रेड एनालिस्टों का कहना है कि अयान मुखर्जी की इस फिल्म ने बायकॉट कैंपेन की हवा निकाल दी है।
पिछले कुछ समय से ऐसी चर्चा होती रही है कि हिंदी फिल्मों का जादू खत्म हो गया है। कभी एक्टर्स के पुराने बयानों को निकालकर उनकी फिल्मों को बायकॉट किया जाने लगा तो कभी किसी और चीज को। रणबीर कपूर और आलिया भट्ट स्टारर ‘ब्रह्मास्त्र’ का भी रणबीर के ‘बीफ’ वाले बयान को आधार बनाकर बायकॉट किया जाने लगा। लेकिन जिस तरह से फिल्न बॉक्स ऑफिस पर परफॉर्म कर रही है, उसने साबित कर दिया है कि न तो बॉलीवुड खत्म हुआ है और न ही इसका जादू।
ट्रेड एनालिस्ट ‘ब्रह्मास्त्र’ के बिजनस पर पैनी नजर रखे हुए थे। इस फिल्म ने तीन दिन में ही वर्ल्डवाइड 225 करोड़ रुपये की कमाई कर ली। स्टार स्टूडियोज और धर्मा प्रोडक्शंस के बैनर तक बनी ‘ब्रह्मास्त्र’ 9 सितंबर को रिलीज हुई। लेकिन रिलीज से पहले कई दिनों तक विवादों में छाई रही। रणबीर के पुराने बयान पर खूब फजीहत हुई।
रणबीर के पुराने बीफ वाले बयान पर बवाल
Ranbir Kapoor ने कुछ साल पहले कहा था कि उन्होंने गोमांस खाया है। उनके इसी बयान के आधार पर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। लोगों ने न सिर्फ फिल्म का बायकॉट शुरू कर दिया, बल्कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन करने तक के लिए नहीं घुसने दिया गया। कई हिंदू संगठन एक्टर के खिलाफ मैदान में उतर आए और Brahmastra के विरोध की मांग और बढ़ गई। पर फिल्म का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन देखते हुए लग रहा है कि बायकॉट का इस पर कोई असर नहीं पड़ा। यह फिल्म भी ‘पुष्पा’, RRR और ‘केजीएफ: चैप्टर 2’ जैसी फिल्मों की तरह मेगा हिट बन सकती है।
‘कंटेंट अच्छा तो फिल्म को हिट होने से कोई नहीं रोक सकता’
आईनॉक्स लीजर के मुख्य प्रोग्रामिंग अधिकारी राजेंद्र सिंह ज्याला ने कहा, ‘यह ‘केजीएफ: चैप्टर 2′ के बाद सबसे ज्यादा नॉन-हॉलिडे ओपनर और दूसरी सबसे ज्यादा ओपनिंग वाली फिल्म है।अगर बहिष्कार के आह्वान का वास्तव में प्रभाव होता, तो ‘ब्रह्मास्त्र’ ऐसा प्रदर्शन नहीं कर पाती। अगर कंटेंट अच्छा है तो किसी फिल्म को हिट होने से कोई नहीं रोक सकता।’
‘ब्रह्मास्त्र’ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को बुरे दौर से निकाल सकती है
वहीं अन्य ट्रेड एनालिस्टों ने भी इस बात से सहमति जताई और कहा कि ‘ब्रह्मास्त्र’ की शुरुआती सफलता यह संकेत देती है कि बॉलीवुड फिल्मों को बायकॉट करने के कैंपेन की हवा निकल गई है। अब सवाल यह है कि फिल्म आखिरकार कितना मुनाफा कमाती है। कथित तौर पर 400 करोड़ रुपये में बनी ‘ब्रह्मास्त्र’ भारत की अब तक की सबसे महंगी फिल्मों में से एक मानी जाती है। जी7 मल्टीप्लेक्स और मराठा मंदिर सिनेमा के कार्यकारी निदेशक मनोज देसाई के अनुसार, ‘ब्रह्मास्त्र’ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के बिजनस के बुरे दौर को खत्म कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘लोग थिएटरों में फिल्म देखने आ रहे हैं क्योंकि यह बड़े पर्दे के लायक कहानी है। इसके अलावा इस फिल्म को देखने की उत्सुकता भी है क्योंकि इसे बनाने में कई साल लगे हैं। ऐसा लगता है कि पुराने अच्छे दिन वापस आ गए हैं।’
Brahmastra का चल रहा जादू
‘ब्रहमास्त्र’ में रणबीर कपूर और Alia Bhatt के अलावा Amitabh Bachchan, नागार्जुन, डिंपल कपाड़िया, मौनी रॉय और Shah Rukh Khan भी हैं। मनोज देसाई ने बताया कि उन्होंने उन्होंने गैलेक्सी और गेटी (दोनों में सीट की क्षमता 2,000) में चार शो और 1,100 क्षमता वाले मराठा मंदिर में तीन शो रखे हैं। यह फिल्म दुनिया भर में 9 सितंबर को हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ में रिलीज हुई थी। कम से कम अभी तो इस फिल्म का जादू कायम है। महामारी के कारण लॉकडाउन के बाद सिनेमाघरों के फिर से खुलने के बाद शायद यह पहली बार है कि फिल्म के लिए और स्क्रीन जोड़े गए हैं।
‘बायकॉट कैंपेन बन गया है मजाक’
वहीं पीवीआर सिनेमाज ने रविवार को अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर किए गए पोस्ट में बताया कि वह अपने आईमैक्स और पीएक्सएल स्क्रीन पर दो विशेष शो तड़के सुबह 2.30 बजे और 2.45 बजे जोड़ रही है। टिकट खिड़की पर आमिर खान की ‘लाल सिंह चड्ढा, अक्षय कुमार की ‘रक्षाबंधन’ और विजय देवरकोंडा की ‘लाइगर’ के निराशाजनक प्रदर्शन का हवाला देते हुए, फिल्म क्रिटिक सैबल चटर्जी ने कहा कि बायकॉट कैंपेन ने तीन-चार फिल्मों के मामले में काम किया लेकिन यह अब मजाक बन गया है।
हिंदी फिल्मों के खराब प्रदर्शन पर यह बोले थे रणबीर कपूर
वहीं रणबीर कपूर ने बॉलीवुड फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म न कर पाने के सवाल पर कहा था कि अगर कोई फिल्म नहीं चलती है, तो कोई और वजह नहीं है। वह इसलिए नहीं चली क्योंकि उसकी कहानी अच्छी नहीं थी। अपनी फिल्म ‘शमशेरा’ का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा था, ‘मैं अन्य फिल्मों के बारे में बात नहीं करूंगा। कुछ हफ्ते पहले मेरी फिल्म ‘शमशेरा’ रिलीज हुई थी। फिल्म टिकट खिड़की पर नहीं चली। शायद इसलिए कि दर्शकों को फिल्म पसंद नहीं आई।’