हिमाचल प्रदेश में सामान्य वर्ग आयोग के कानूनी मान्यता देने को लेकर शिमला में हुए हंगामे के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने देर रात देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष रुमित सिंह ठाकुर व उनके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। इन तीनों को शोघी से गिरफ्तार किया गया है। शिमला पुलिस ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। बुधवार को राजधानी शिमला में देवभूमि क्षत्रिय संगठन व देवभूमि सवर्ण मोर्चा पर उपद्रव मचाने पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने को लेकर पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
जानकारी के अनुसार रुमित ठाकुर के साथ उनके दो साथियों मदन ठाकुर व दीपक चौहान को भी पुलिस ने रात एक बजे के करीब गिरफ्तार किया है। ये सभी शोधी के करीब एक होटल में ठहरे हुए थे। इस दौरान रुमित फेसबुक पर लाइव और आए और पुलिस को रूमित की लोकेशन की जानकारी मिल गई और पुलिस ने रूमित को उसके साथियों के साथ धर दबोचा। बताया जा रहा है इन तीनों को बालूगंज थाना में रखा गया है और दोपहर तक इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने इन पर दो अलग अलग मामले दर्ज किए हैं।
देवभूमि क्षत्रिय संगठन व देवभूमि सवर्ण मोर्चा पर उपद्रव मचाने पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने सहित अन्य धाराओं में दो मामले दर्ज किए गए है। इसमें हत्या के प्रयास की धारा 307 भी लगाई गई है। दरअसल शिमला-कालका हाईवे पर तारा देवी में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया था, जिसमें एएसपी (ASP) समेत कई जवान चोटिल हुए। इस पर बालूगंज पुलिस ने धारा 147, 148, 149, 341, 353, 332, 307 और 147, 148, 149, 341, 188 IPC & 3 के तहत दो मामले दर्ज किए हैं। प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला भी बनाया गया है। प्रदर्शनकारियों ने सरकारी तामझाम को ध्वस्त कर दिया था। धारा 144 लागू होने के बावजूद शहर में प्रदर्शन के दौरान पांच घंटे अराजकता जैसा माहौल रहा।