ब्रिटेन की भारतीय मूल की गृहमंत्री का भारत के प्रवासियों पर टिप्‍पणी करना पड़ा भारी, खटाई में पड़ेगी ट्रेड डील!

India UK FTA Suella Braverman: भारत और ब्रिटेन के बीच व्‍यापार समझौता खटाई में पड़ सकता है। ब्रिटेन की गृहमंत्री की अशोभनीय टिप्‍पणी पर भारत बहुत नाराज है और इससे ब्रिटेन को डर सता रहा है कि ट्रेड डील अधर में लटक सकती है। वहीं भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि पीएम मोदी अभी भी ब्रिटेन जा सकते हैं।

suella-braverman-india
सुएला की टिप्‍पणी से भारत और ब्रिटेन के बीच बढ़ा तनाव

लंदन: यूरोप में मंदी की आहट के बीच भारत के साथ व्‍यापार डील करके ब्रितानी अर्थव्‍यवस्‍था को जान देने की ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस की कोशिशों को बड़ा झटका लगा है। ब्रिटेन की भारतीय मूल की गृहमंत्री सुएला ब्रावेर्मन ने भारतीय प्रवासियों को लेकर आपत्तिजनक टिप्‍पणी की थी। सुएला की टिप्‍पणी पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। इससे पहले ब्रिटिश गृहमंत्री ने भारत के साथ ट्रेड डील पर चिंता जताई थी और कहा था कि इससे ब्रिटेन में प्रवासियों की संख्‍या बढ़ सकती है। उन्‍होंने दावा किया था कि ब्रिटेन में वीजा की अवधि से ज्‍यादा समय तक अवैध रूप से रुकने वाले में समूहों में भारतीयों की संख्‍या सबसे ज्‍यादा है।

ब्रिटिश गृहमंत्री के इस बयान पर भारत ने बहुत तीखी प्रतिक्रिया जताई है जिससे अब ट्रेड डील के खटाई में पड़ने का खतरा मंडरा रहा है। इस डील की चर्चा के बीच पीएम मोदी के अगले महीने ब्रिटेन के दौरे पर जाने की योजना है। सुएला ने कहा, ‘मेरी कुछ आपत्तियां हैं। इस देश में प्रवासियों को देख‍िए- यहां पर जो समूह वीजा अवधि बीत जाने के बाद भी रुका हुआ है, उसमें सबसे ज्‍यादा संख्‍या भारतीयों की है।’ भारत ने इस टिप्‍पणी पर कहा कि ब्रिट‍िश मंत्री की यह अशोभनीय टिप्‍पणी बहुत ही चौंकाने वाली और निराशाजनक है।

भारतीयों को वर्क और स्‍टडी वीजा की संख्या बढ़ाने की ब्रिटेन से मांग
भारत ने पर्दे के पीछे से ब्रिटेन से कहा कि सुएला के इस बयान से दोनों ही देशों के बीच रिश्‍ते एक कदम पीछे चले गए हैं। द टाइम्‍स अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने कहा ब्रिटेन को लेकर अभी भी बहुत अच्‍छी सोच है लेकिन इस तरह के लोग बने रहेंगे तो इससे बातचीत खटाई में पड़ सकती है। भारत ने यह भी कहा है कि ब्रिटेन की प्रधानमंत्री को सार्वजनिक रूप से अपनी गृहमंत्री के बयान से खुद को अलग करना चाहिए ताकि ट्रेड डील में कोई बाधा नहीं आए। दरअसल, भारत से ब्रिटेन व्‍यापार में कई तरह की सुव‍िधाएं चाहता है ताकि वह आर्थिक संकट से जूझ रही अपनी अर्थव्‍यवस्‍था में जान डाल सके।

वहीं भारत इसके बदले में भारतीयों को वर्क और स्‍टडी वीजा की संख्या बढ़ाने की ब्रिटेन से मांग कर रहा है। एक ब्रिटिश अधिकारी ने कहा कि भारतीय इतने ज्‍यादा गुस्‍से में हैं कि वे बात करने को भी तैयार नहीं हैं। उधर, पीएम लिज ट्रस ने उम्‍मीद जताई है कि दिवाली यानि 24 अक्‍टूबर को यह ट्रेड डील फाइनल हो जाएगी। इस बीच द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक कहा जा रहा है कि सुएला की टिप्‍पणी के बाद भी भारतीय अधिकारियों का कहना है कि पीएम मोदी ब्रिटेन की यात्रा की योजना बना रहे हैं जो 7 और 8 नवंबर को हो सकती है। उन्‍होंने यह भी आशा जताई है कि तब तक इस व्‍यापार समझौते को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।