लिज ट्रज जो टैक्स में कटौती के वादे के साथ पीएम पद पर आई थीं, उन्हें उस टैक्स कटौती के लिए गए जल्दबाजी के फैसलों की वजह से पीएम पद से ही हाथ धोना पड़ गया। यहां तक की उनके वित्त मंत्री की कुर्सी भी चली गई। यह एक सबक है कि विचारधारा की प्रतिबद्धता के साथ व्याहारिकता और समझदारी का मेल जरूरी है।
