अटारी-वाघा सीमा पर BSF जवानों ने मनाई दिवाली, पाकिस्तानी रेंजर्स को दी मिठाइयां

बॉर्डर पर बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स ने मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। इस मौके पर जवानों को दिवाली की बधाई भी दी।

अटारी-वाघा सीमा पर बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स ने मिठाई का आदान-प्रदान किया।
अटारी-वाघा सीमा पर बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स ने मिठाई का आदान-प्रदान किया।

दीपावली के पर्व पर पंजाब के अमृतसर में अटारी-वाघा बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तानी रेंजर्स ने मिठाइयों का आदान-प्रदान किया और दिवाली की बधाई दी। उधर, सीमा सुरक्षा बल की 176 बटालियन ने दिवाली के अवसर पर सिलीगुड़ी के पास फुलबाड़ी भारत-बांग्लादेश सीमा पर 18 बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। इससे पहले 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बीएसएफ जवानों ने पाकिस्तान रेंजर्स को मिठाई भेंट की थी। रोजाना अटारी-वाघा सीमा पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन भी किया जाता है।

1959 में शुरू हुई थी बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी

बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी की शुरूआत 1959 में हुई थी और भारतीय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) इसे आयोजित करता है। बता दें कि आधिकारिक तौर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का उद्देश्य औपचारिक तौर पर भारत की सीमा रात के लिए बंद करना है। सुबह राष्ट्रीय ध्वज को सम्मान के साथ फहराया जाता है और सूर्यास्त से पहले सम्मान के साथ नीचे उतर लिया जाता है। इस दौरान हमारे जवान अपने हाव-भाव से पाक रेंजरों को ललकारते हैं। ऐसे में अटारी बॉर्डर पूरी तरह देशभक्ति के रंग में रंग जाता है। मार्च के दौरान दोनों देशों के जवान अपने पैरों को सिर के ऊपर तक उठाते हैं।