कुछ परिवारों ने आर्थिक लालच और झूठे लोभ के चलते हिंदू धर्म त्याग दिया था, जिसमें कुछ ने ईसाई तो कुछ ने बौद्ध धर्म अपना लिया था।
बुलंदशहर के खुर्जा में कांशीराम आवासीय योजना में रहने वाले अनुसूचित जाति के 20 परिवारों ने ईसाई और बौद्ध धर्म छोड़कर हिंदू धर्म में वापसी की है। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद और खुर्जा विधायक मीनाक्षी सिंह ने इन परिवारों को हिंदू धर्म के प्रति समर्पण की शपथ दिलाई।
नगर पालिका परिषद में सफाईकर्मी संघ के अध्यक्ष और भाजपा कार्यकर्ता सोनी वाल्मीकि ने बताया कि खुर्जा के कांशीराम आवासीय योजना के अंतर्गत कालिंदी कुंज कॉलोनी के पीछे अनुसूचित जाति के सैकड़ों परिवार रहते हैं। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण अधिकांश परिवार जगह-जगह मजदूरी करते हैं। जानकारी मिली थी कि कुछ परिवारों ने आर्थिक लालच और झूठे लोभ के चलते हिंदू धर्म त्याग दिया था। कुछ ने ईसाई तो कुछ ने बौद्ध धर्म अपना लिया था।
दो परिवारों ने इस्लाम धर्म अपना लिया था। धर्म गुरुओं ने उनको बीमारी ठीक करने, नौकरी लगवाने और एक लाख रुपये तक देने का लालच दिया था। राष्ट्रीय चेतना मिशन के अध्यक्ष हेमंत ने बताया कि तुलसी दिवस के विशेष अवसर पर धर्म वापसी का कार्यक्रम आयोजित किया गया। पूरे विधि-विधान के साथ लोगों को उनके धर्म में वापस लाया गया।
इन्होंने की वापसी
घर वापसी करने वालों में संदीप, जोनी, सुंदर, सोनू, विजय, माइकल, विनीता, बरखा, ओमवती, सरोज, जगवीर, उमेश, शैलेन्द्र, विनोद, चमन, महेश, सुनील, रामपाल, रेखा, सुषमा, सीमा, सविता, लवकुश, निखिल आदि रहे।
हिंदू धर्म छोड़ने वाले परिवारों को भाजपा कार्यकर्ताओं और राष्ट्रीय चेतना मिशन ने चिन्हित किया था। उनमें 20 परिवार के 100 से अधिक लोग वापस हिंदू धर्म में आ गए हैं। अन्य को जल्द वापस लाया जाएगा।