उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शुक्रवार को नमाज के बाद भड़की हिंसा मामले के मुख्य आरोपी मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप के घर पर रविवार दोपहर बुलडोजर चलाया गया. इस दौरान वहां भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा. वहां से पुलिसकर्मियों ने विरोध प्रदर्शन का आह्वान करते पोस्टर बैनर भी हटाए.
दरअसल प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने करेली के जेके आशियाना कॉलोनी में स्थित 1500 वर्गफीट में बने जावेद के दो मंजिला आलीशान मकान पर नोटिस चस्पा करके रविवार 11 बजे तक इस इमारत को खाली करने को कहा था. जावेद पर पीडीए से बगैर नक्शा पास कराए मकान बनाने का आरोप है. प्राधिकरण ने 10 मई को इस संबंध में नोटिस जारी किया था, जिसके बाद 24 मई तक अभिलेख प्रस्तुत न करने पर ध्वस्तीकरण आदेश जारी हुआ.
पीडीए के संयुक्त सचिव और जोनल अधिकारी की ओर से 25 मई को ध्वस्तीकरणकरण आदेश जारी किया गया है. इसके मुताबिक, 12 जून को सुबह 11:00 बजे तक घर खाली करने का समय दिया गया था. इसके बाद रविवार सुबह 11:00 बजे के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई.
64 उपद्रवी भेजे गए नैनी जेल
इस बीच यहां जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा और बवाल के मामले में गिरफ्तार किए गए 68 उपद्रवियों को प्रयागराज पुलिस ने शनिवार शाम जिला कोर्ट में पेश किया, ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट ने सुनवाई के बाद इनमें से 64 उपद्रवियों को उनके अपराध की गंभीरता को देखते हुए उन्हें नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया है, जबकि चार नाबालिग उपद्रवियों को कोर्ट ने बाल संप्रेक्षण गृह खुल्दाबाद भेजने का आदेश दिया है.
एसएसपी अजय कुमार के मुताबिक पुलिस ने पुख्ता लिखा पढ़ी करके सबूतों के साथ उपद्रवियों को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद कोर्ट ने किसी भी उपद्रवी की जमानत मंजूर नहीं की और अपराध की गंभीरता को देखते हुए ही उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया है. एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि पुलिस अभी भी वीडियो और फुटेज के आधार पर आरोपियों के खिलाफ उपद्रवियों को चिन्हित करने की कोशिश कर रही है, ताकि उनके ऊपर प्रभावी कार्यवाही की जा सके.
इस बीच पुलिस उपद्रवियों के घरों को भी चिह्नित कर रही है और जिनके अवैध निर्माण हैं, उनके खिलाफ राजस्व और प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीमें ध्वस्तीकरण की योजना बना रही हैं. एसएसपी अजय कुमार के मुताबिक पुलिस मीडिया और जनता के माध्यम से और वीडियो फुटेज और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्यवाही की तैयारी कर रही है. एसएसपी ने सख्त चेतावनी दी है कि कानून को हाथ में लेने वाले मनमानी करने वाले पुलिस प्रशासन पर पथराव करने वाले और पब्लिक प्रॉपर्टी को क्षति पहुंचाने वाले अराजक और असामाजिक तत्वों को किसी सूरत में कतई बख्शा नहीं जाएगा