हिमाचल में जंगल की आग से वन संपदा को पहुंचा नुकसान
हिमाचल प्रदेश के अधिकांश इलाकों में सोमवार को हुई बारिश से लोगों को बेशक राहत मिली हो पर हमीरपुर व कसौली के जंगलों में लगी आग अभी तक शांत नहीं हो पाई है। इन जंगलों में लगी आग आज सुबह भी सुलग रही है। कसौली मनावर क्षेत्र के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए सेना का हेलिकॉप्टर लगातार ऊपर से उड़ान भर रहा है। इनके अलावा सोलन, परवाणू फायर ब्रिगेड और कसौली छावनी के जवान भी आग बुझाने के काम में लगे हुए हैं। पिछले तीन दिन से कसौली के जंगलों में आग लगी हुई है। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां जंगल तक नहीं पहुंच पा रही है लिहाजा हेलिकॉप्टर से आग बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार शाम को कुछ देर के लिए यहां हल्की बारिश भी हुई, लेकिन फिर भी चीड़ की पत्तियों में आग सुलग रही है। सोमवार देर रात कसौली के मंकी प्वाइंट के साथ लगते जंगल में आग की लपटें फिर से उठीं। आज सुबह से आग बुझाने के लिए सेना के हेलिकॉप्टर ने चक्कर लगाने शुरू कर दिए है।
बड़सर इलाके का खुरपड़ी का जंगल राख
हमीरपुर जिले में बड़सर इलाके में भी खुरपड़ी का चीड़ का घना जंगल देर रात आग में जलकर राख हो गया है। रात भर जंगल में आग की बड़ी-बड़ी लपटें उठती रहीं। ग्रामीणों ने विभाग के कुछ कर्मचारियों के साथ आग बुझाने के प्रयास किए, लेकिन तेज तूफान की वजह से आग फैलती गई। इससे जंगल के कई इलाके जल गए। जंगल का ज्यादातर हिस्सा काला पड़ गया है। वन संपदा को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जबकि गुणवत्ता के लिए यह जंगल काफी मशहूर होते हैं। बिझड़ी तहसील मुख्यालय के पास स्थित इस जंगल में आग लगने के कारणों का तो पता नहीं चल पाया, लेकिन लोगों ने बताया कि अपनी घासनियों की कुछ लोग साफ सफाई कर रहे थे। कूड़े कर्कट को जला रहे थे कि तूफान की वजह से आग की लपटें जंगल की तरफ चली गईं। फिर देखते ही देखते इन्होंने पूरे जंगल को अपने आगोश में ले लिया। फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी देर रात तक पहुंची, लेकिन उसका ज्यादा फायदा नहीं हुआ।