क्या रॉन्ग साइड चल सकती है एंबुलेंस, जानें एंबुलेंस से जुड़े महत्वपूर्ण ट्रैफिक नियम

एंबुलेंस को जीवन बचाने वाला वाहन के कैटेगरी में रखा गया है। इस वजह से एंबुलेंस के रजिस्ट्रेशन में किसी प्रकार का टैक्स नहीं लिया जाता है। एंबुलेंस को टोल पर भी बिना टैक्स दिए गए गुजरने की अनुमति है। गंभीर रोगी को ले जाने वाला एंबुलेंस में सायरन लगाने और जाम के स्थिति में किसी भी साइड से वाहन निकालने की अनुमति है।

नई दिल्ली : दिल्ली मेरठ एक्सप्रेवे पर रॉन्ग साइड आ रही एम्बुलेंस की ट्रक से टक्कर हो गई। हादसे में एक की मौत हो गई जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद कई लोगों के मन में सवाल है कि सड़क पर एंबुलेंस रॉन्ग साइड चल सकती है। एबुलेंस ड्राइवर स्पीड लिमिट को क्रॉस कर सकता है। एबुंलेस पर क्या स्पीड लिमिट का नियम लागू होता है। सबसे पहले सवाल है कि आखिर एंबुलेंस क्या है? भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार एंबुलेंस बीमार या घायल लोगों के ले जाने/इमरजेंसी इलाज के लिए एक विशेष रूप से सुसज्जित और एर्गोनॉमिक रूप से डिज़ाइन किया गया वाहन है। इसमें मेडिकल केयर के स्तर अनुरूप कर्मचारी होते हैं। यह चलने के दौरान/स्थिर होने पर अस्पताल से बाहर मेडिकल देखभाल देने में सक्षम है।

एंबुलेंस को लेकर नियम
एंबुलेंस का कलर सफेद होना चाहिए। साथ ही इस रेड कलर की मार्किंग होती है। इस पर फ्लैशर, एंबेलम, वार्निंग लाइट के साथ ही लाउड स्पीकर के साथ सायरन होना चाहिए। सायरन की रेंज 500 से 2000 हर्ट्ज के बीच होनी चाहिए। गाइडलाइन्स के अनुसार इसमें सायरन और लाइट का यूज सिर्फ इमरजेंसी स्थिति में ही करना चाहिए।

रास्ता रोकने पर 10 हजार का जुर्माना
सड़क पर एम्बुलेंस होने पर एक आम आदमी की क्या ड्यूटी है। ऐसे में मोटर वाहन कानून के हालिया संशोधनों में कहा गया है कि जो कोई भी एम्बुलेंस का रास्ता रोकता है, उस पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा कम से कम 6 महीने की जेल भी हो सकती है। ऐसे में अगर रास्ते में कोई एंबुलेंस फंसी है या आप उसके आगे हैं तो आपको उसे रास्ता देना होगा। अपने वाहन के आगे और दोनों ओर देखें। जल्दी से रिएक्ट करें लेकिन आगे बढ़ने से पहले और अपने टर्न सिग्नल का उपयोग करें।

क्या एंबुलेंस ड्राइवर स्पीड लिमिट क्रॉस कर सकता है?
एंबुलेंस और अन्य इमरजेंसी वाहनों को स्पीड लिमिट से अधिक की अनुमति है। उस समय जब वे इमरजेंसी की स्थिति में हों। वे लाइट और सायरन के साथ चल रहे होंगे। उन्हें सार्वजनिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वाहन चलाना चाहिए। कुछ ईएमएस सेवाओं में मैक्सिमम स्पीड को लेकर नियम हैं।

एंबुलेंस रेड लाइट जंप कर सकती है?
इमरजेंसी की स्थिति में एम्बुलेंस को कानूनी रूप से रेड लाइट को जंप करने की अनुमति है। उदाहरण के लिए, एक इमरजेंसी वीकल का ड्राइवर जो रेड लाइट क्रॉस करना चाहता है या यू-टर्न लेना चाहता है, उसे सड़क पर चलने वाले अन्य वाहनों को सचेत करने के लिए सायरन बजाना और ब्लिंकर लाइट को एक्टिव करना जरूरी है।

एंबुलेंस रॉन्ग साइड चल सकती है
जिंदगी की प्राथमिकता सबसे पहले है। जाम की स्थिति में यदि किसी की जान पर बनी या कहें इमरजेंसी की स्थिति है तो एंबुलेंस किसी भी साइड से निकल सकती है। पूरी दुनिया में एंबुलेंस को सड़क पर चलने का हक सबसे पहले है। इसकी एक ही वजह है कि एंबुलेंस में मौजूद मरीज की जान बचाई जा सके। सरकार की तरफ से इस संबंध में अक्सर सड़क, फुटपाथ और सर्विस लेन हर हाल में खाली रखने की बात कही जाती है। यदि एंबुलेंस के पास निकलने का रास्ता नहीं है तो वह दूसरी तरफ से निकल सकती है।