हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर के भंग होने के बाद से परीक्षाओं के परिणाम लटके हुए हैं, जिससे बेरोजगार युवाओं का भविष्य अधर में है। बेरोजगार युवा लंबे समय से जांच के दायरे से बाहर परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने की सरकार से गुहार लगा रहे हैं। आज भी युवा इसी मांग को लेकर शिमला पहुंचे और मुख्यमंत्री से मुलाकात करनी चाही। लेकिन मुख्यमंत्री से मिलना नहीं हो पाया।
अभ्यर्थियों ने बताया कि पिछले साल से उनके परीक्षाओं के परिणाम घोषित नहीं हो पाए हैं, जिससे उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है। कई बार सरकार से जांच के दायरे से बाहर परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने की मांग की जा चुकी है। लेकिन अभी तक किसी भी परीक्षा का परिणाम घोषित नहीं हो पाया है। जिससे युवा मानसिक प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं।
प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आज भी बेरोजगार युवा मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे थे, लेकिन मुख्यमंत्री कांगड़ा के लिए रवाना हो गए। अभ्यर्थियों से नहीं मिले जिससे युवा खासे परेशान हैं। पहले ही बेरोजगारी के कारण युवा प्रताड़ित हैं। अब परीक्षाओं के परिणाम लटकने से मानसिक तनाव में हैं। इसलिए सरकार जल्द पेंडिंग भर्तियों के परिणाम घोषित करें।