साउथ की रियल एस्टेट कंपनी कासाग्रैंड (Casagrand) ने 2013 में एक पहल शुरू की थी। इसके तहत अच्छा परफॉर्म करने वाले कर्मचारियों को विदेश ले जाया जाता है। लंदन, सिंगापुर, थाईलैंड और मलेशिया घुमा चुकी है। पिछले साल कंपनी अपने 700 कर्मचारियों को दुबई और 900 कर्मचारियों को आबू धाबी ले गई थी।
नई दिल्ली: कर्मचारियों को खुश रखने के लिए कंपनियां उन्हें तरह-तरह के जतन करती हैं। लेकिन साउथ इंडिया की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी कासाग्रैंड (Casagrand) ने अपने कर्मचारियों को खुश करने का एक अलग ही तरीका अपनाया है। कंपनी अच्छा परफॉर्म करने वाले कर्मचारियों को विदेश घुमाने ले जाती है। 2013 में कंपनी ने इसकी शुरुआत की थी और तबसे एक साल को छोड़कर हर साल कंपनी अपने कर्मचारियों को विदेश ले गई है। इस बार कंपनी अपने 700 कर्मचारियों को स्विट्जरलैंड के सात दिन के ट्रिप पर ले जा रही है। पिछले साल कंपनी की सेल 2,903 करोड़ रुपये रही। इसे सेलिब्रेट करने के लिए कंपनी अपने कर्मचारियों को स्विट्जरलैंड ट्रिप पर ले जा रही है। इतना ही नहीं, कंपनी अपने कर्मचारियों को बोनस के तौर पर दो महीने की सैलरी भी दे रही है।
पिछले साल भी कंपनी अपने 700 कर्मचारियों को दुबई और 900 कर्मचारियों को आबू धाबी ले गई थी। इससे पहले भी कंपनी अपने कर्मचारियों को लंदन, सिंगापुर, थाईलैंड और मलेशिया घुमा चुकी है। यह कंपनी की Big Bonanza इनिशिएटिव का हिस्सा है। कंपनी के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर अरुण कुमार ने कहा कि कासाग्रैंड में हम अपने कर्मचारियों को परिवार की तरह मानते हैं। जैसे किसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक परिवार में सभी कड़ी मेहनत करते हैं और फिर मिलकर उसका जश्न मनाते हैं, उसी तरह कासाग्रैंड में हम सालभर कड़ी मेहनत करते हैं और फिर मिलकर छुट्टी मनाते हैं।