क़िस्मत कब बदल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. क़िस्मत कब, कहां और कैसे बदल जाए कहा नहीं जा सकता. कुछ ऐसी ही कहानी है केरल के इस शख़्स की. पेशे से अबू धाबी के प्राइवेट शेफ़ ने संयुक्त अरब अमीरात की लॉटरी में 500,000 दिरहम (लगभग 1 करोड़) जीते. 24 सालContinue Reading

मन से की गई कोशिश से कठिन लक्ष्य को भी प्राप्त किया जा सकता है. इस बात को विजय सिंह गुर्जर ने बहुत अच्छे से साबित किया है. एक साधारण किसान परिवार से संबंध रखने वाले विजय के परिवार वाले बस इतना चाहते थे कि उन्हें अध्यापक की नौकरी मिलContinue Reading

ना उम्र की सीमा हो, ना जन्म का हो बंधन, जब प्यार करे कोई तो देखे केवल मन, नई रीत चलाकर तुम ये रीत अमर कर दो…जगजीत के इस गीत के बोल को जिमीत गांधी की 52 वर्षीय मां ने सच साबित कर दिया है. 44 साल की उम्र मेंContinue Reading

हर जगह का अपना एक इतिहास (History) होता है। समय-समय पर ऐसी जगहों के बारे में जानने को मिलता है , जहां सदियों पहले किसी न किसी सभ्यता का अस्तित्व रहा है। मोहन जोदड़ो और हड़प्पा जैसी जगहें इस बात का सबूत हैं कि सालों पहले भी शहरों (City) और नगरों का अस्तित्व रहा।Continue Reading

आमतौर पर लोग पानी के अंदर पड़े कूड़े कचरे को देखकर अनदेखा कर देते हैं। मगर चेन्नई के पर्यावरणविद् अरुण कृष्णमूर्ति ऐसा नहीं कर पाए. उन्हें जल संकट की समस्या ने कुछ इस तरह से विचलित किया कि उन्होंने पानी को बचाने के लिए अपनी गूगल की अच्छी खासी नौकरी तक छोड़Continue Reading

मणिपुर की राजधानी इम्फाल के ह्रदय स्थल में एक ऐसा बॉडी-बिल्डर रहता है, जिसने देश का गौरव बढ़ाया। खुंदराकपम प्रदीप कुमार सिंह HIV पॉजिटिव होने के बावजूद न केवल अंतर्राष्ट्रीय बॉडी-बिल्डिंग चैंपियन बनें बल्कि उन्होंने घिसी-पिटी मान्यताओं को झुठलाकर अपनी सकारात्मक सोच से एक नया मानदंड रचा। उनके इस कठोर शरीर केContinue Reading

अगर आप अपने पसंदीदा रेस्टोरेंट में खाना खा रहे हों, और खाना खाते-खाते आपको लाखों का क़ीमती पत्थर मिल जाए तो? आप कहेंगे हमारे यहां तो खाने में कीड़ा या बाल ही मिलता है! ऐसा होना संभव ही नहीं है. नामुमकिन सी लगने वाली ये घटना, एक अमेरिकी दंपत्ति के साथContinue Reading

वैसे तो अमीरी का कोई पैमाना नहीं है. हर निचले वर्ग के लिए उससे संपन्न शख्स अमीर होता है. लेकिन अमीरी का असल मतलब है बहुत पैसा, इतना कि दोनों हाथों से खर्च किया जाए तब भी कम पड़ जाए. ऐसे लोग बहुत कम होते हैं और इन गिने चुने लोगों मेंContinue Reading

हमारी आज की कहानी इस बात का प्रमाण है कि किताबी ज्ञान आवश्यक है लेकिन उससे कई ज्यादा आवश्यक है व्यवहारिक ज्ञान। यह कहानी है 66 साल की एक अनपढ़ महिला की लेकिन उनका काम इतना बड़ा है कि वह अपने गांव वालों के लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं हैं।Continue Reading

2 मार्च 2012 को एक फ़िल्म रिलीज़ हुई थी. नाम था पान सिंह तोमर. इस फिल्म के डायलॉग भले ही देसी ज़ुबान में हों, लेकिन आज भी वो चेहरों पर खुशी लाने का काम करते हैं. फिल्म में लीड रोल निभा रहे इरफ़ान खान का कहना, ”बीहड़ में तो बागी होते हैं,Continue Reading