सीबीआई अधिकारियों का कहना है कि गोवा में किसी भी भ्रष्ट गतिविधि के बारे में कभी कोई फोन नहीं आया, जिसमें हमारा हस्तक्षेप मांगा गया हो। न जनता से, न मीडिया से कोई शिकायत मिली।
गोवा सीबीआई के सामने एक अनोखी समस्या आ खड़ी हुई है। दरअसल, यहां चार से पांच अधिकारियों के पास जांच के लिए भ्रष्टाचार के सिर्फ चार से पांच ही मामले हैं। गोवा सीबीआई एसपी आशीष कुमार का कहना है कि पिछले 5 सालों से हमें यहां रिश्वतखोरी या आय से अधिक संपत्ति की एक भी शिकायत नहीं मिली है। इसका साफ मतलब है कि गोवा में कोई भ्रष्टाचार नहीं है।
उन्होंने कहा, मुझे गोवा में किसी भी भ्रष्ट गतिविधि के बारे में कभी कोई फोन नहीं आया, जिसमें मेरा हस्तक्षेप मांगा गया हो। न जनता से, न मीडिया से कोई शिकायत मिली। उन्होंने कहा, गोवा में कोई भ्रष्टाचार नहीं है और यहां हमारी जरूरत नहीं है।
बीते एक साल में केवल तीन मामले
इससे पहले बुधवार को मीडिया से बात करते हुए एसपी (सीबीआई) आशीष कुमार ने कहा था पिछले एक साल में हमने केवल तीन मामले दर्ज किए हैं। इसमें दो मामले केनरा बैंक के भीतर ऋण धोखाधड़ी से जुड़े हैं और एक मामला आय से अधिक संपत्ति का है। पिछले चार वर्षों में हमें रिश्वत की एक भी शिकायत नहीं मिली है, आखिरी शिकायत 2018 में आई थी। ऐसे में हम कह सकते हैं कि गोवा में राम राज्य आ गया है।