नई दिल्ली. दिल्ली की सियासत में हाल के दिनों में सुर्खियां बटौर रही शराब नीति यानी आबकारी विभाग से जुड़े घोटाले की जांच करने वाली सीबीआई की ACB ब्रांच के डायरेक्टर ऑफ प्रोसिकुशन जितेंद्र कुमार ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली. ACB ब्रांच ही उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित अन्य कई आरोपियों के शराब घोटाले की जांच कर रही है.
दरअसल सीबीआई की ACB ब्रांच ने शराब नीति घोटाले की FIR की थी. ACB ही उस केस की जांच कर रही है. उसी ब्रांच में DLA के पद यानी डिप्टी लीगल एडवाईजर के पद पर तैनात जितेंद्र कुमार को ही सब डायरेक्टर ऑफ प्रोसिकुशन बनाया हुआ था, जो ACB को लीगल सलाह देते थे. DLA पेशे से वकील होते है, जो सीबीआई के डायरेक्टर ऑफ प्रोसिकुशन विभाग के अंदर आते हैं.
पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि डिफेंस कॉलोनी थाने को गुरुवार सुबह 6.47 बजे इस बारे में सूचना मिली. पुलिस जब उनके मौके पर सीबीआई के कानूनी उपसलाहकार का शव उनके घर में लटका मिला.
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) बेनिता मैरी जैकर ने कहा कि सीबीआई के लोधी रोड कार्यालय में उप कानूनी सलाहकार के पद पर तैनात 48 साल के जितेंद्र कुमार एस-22 टाइप-4 हुडको प्लेस स्थित अपने घर में लटके पाए गए. कुमार हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के मूल निवासी थे. 2 साल पहले ही उनका दिल्ली ट्रांसफर हुआ था. इससे पहले चंडीगढ़ में उनकी पोस्टिंग रही थी.
जैकर ने कहा कि एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है, जिसमें कहा गया है कि कुमार के इस चरम फैसले के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है. सुसाइड नोट में मानसिक तनाव और बीमारी को बताया जिम्मेदार
पुलिस ने बताया कि कुमार की पत्नी ज्योति और भाई राजेंद्र क्रमश: मंडी और चंडीगढ़ से दिल्ली पहुंचे हैं. पुलिस ने कहा कि किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका नहीं है, शव को मोर्चरी में रख दिया गया है और शुक्रवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा.