नाहन, 04 अगस्त : बचपन से ही 24 वर्षीय राहुल चौहान को सेना या खाकी की वर्दी पहनने का जुनून था। नाॅन मेडिकल (Non Medical) में बीएससी (B.SC) करने वाले राहुल ने दो मर्तबा सीडीएस (CDS) की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद एसएसबी का सामना किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस भर्ती में भी दो बार नाकामयाबी मिली, लेकिन ट्रांसगिरी की कांटीमशवा पंचायत के कांटी गांव के रहने वाले राहुल चौहान ने इस बात को जहन में बिठा रखा था कि असफलता के बाद ही सफलता मिलती है।
बीती रात सिरमौर पुलिस ने आरक्षी के पदों की भर्ती को लेकर अंतिम परिणाम जारी किया। राहुल की खुशी का ठिकाना उस वक्त नहीं रहा, जब पता चला कि 69.33 अंक हासिल कर वो समूचे सिरमौर का सामान्य वर्ग में टॉपर बना है।एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में राहुल ने कहा कि न्यू लक्ष्य अकादमी (New Lakshya Academy) द्वारा आयोजित मेगा टैस्ट से काफी मदद हासिल हुई है।
गुरु नानक मिशन स्कूल (Guru Nanak Mission School) पांवटा साहिब से प्रारंभिक शिक्षा हासिल करने वाले राहुल चौहान की बहन रवीना ठाकुर भी 2017 में पुलिस विभाग में बतौर आरक्षी भर्ती हुई थी। पिता रामभज चौहान इस समय राजकीय प्राथमिक पाठशाला कमरउ में सीएचटी के पद पर कार्यरत हैं, जबकि मां सुमित्रा चौहान गृहिणी हैं।
बता दें कि ट्रांसगिरी में कांटीमशवा पंचायत पिछड़ी पंचायतों की फेहरिस्त में शामिल है। खास बातचीत के दौरान राहुल ने ये भी कहा कि वो पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर की सीधी भर्ती की तैयारी में भी जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि निरंतर ज्ञान में वृद्धि व कड़ी मेहनत की बदौलत सफलता को अर्जित किया जा सकता है। सीडीएस की परीक्षा में अंतिम पड़ाव में दो बार असफलता से गहरा झटका तो लगा था, लेकिन लक्ष्य भेदने में कोई कमी नहीं रखी।