CEC Rajiv Kumar: मुख्य निर्वाचन आयुक्त बोले- चुनाव कितने चरणों में होंगे, इसका फैसला दिल्ली में लिया जाएगा

सीईसी ने कहा कि प्रदेश सरकार का कार्यकाल 8 जनवरी, 2023 को पूरा हो रहा है। प्रदेश में कुल 48 सामान्य, 17 अनुसूचित जाति और तीन जनजातीय विधानसभा क्षेत्र हैं। राज्य में कुल 53.80 लाख वोटर पंजीकृत हैं।

प्रेस सम्मेलन में मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को पीटरहॉफ में आयोजित प्रेस सम्मेलन में कहा कि हिमाचल विधानसभा के आगामी चुनाव कितने चरण में कराए जाएंगे, यह फैसला आयोग दिल्ली जाकर लेगा। राजनीतिक दलों के नेताओं ने अवगत कराया है कि नवंबर मध्य में जनजातीय क्षेत्रों में बर्फबारी से चुनाव प्रभावित हो सकते हैं। जनजातीय क्षेत्रों की तीन सीटों में पहले चुनाव करवाने का सुझाव सभी दलों के नेताओं ने दिया है

सीईसी ने कहा कि प्रदेश सरकार का कार्यकाल 8 जनवरी, 2023 को पूरा हो रहा है। प्रदेश में कुल 48 सामान्य, 17 अनुसूचित जाति और तीन जनजातीय विधानसभा क्षेत्र हैं। राज्य में कुल 53.80 लाख वोटर पंजीकृत हैं। इनमें 100 साल से ज्यादा उम्र के वोटर 1294 हैं। शारीरिक रूप से अक्षम वोटर 67,793 हैं।

बुजुर्ग और शारीरिक रूप से अक्षम वोटरों को मतदान के लिए विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है। ये वोटर चुनाव अधिसूचना जारी होने के तीन दिन के भीतर फार्म भरकर देंगे कि वे घर में रहकर मतदान करेंगे। चुनाव वाले दिन ये मतपत्र से वोट देकर लिफाफा बंद करके देंगे और यह पूरी वीडियो रिकार्डिंग चुनाव अधिकारी करेंगे और दलों के एजेंट भी मौजूद रहेंगे।

इसी तरह से मतदान केंद्रों में मतदान के दिन वीडियोग्राफी होगी और डीसी के दफ्तर से पूरी निगरानी रहेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसकी व्यक्तिगत जिम्मेवारी सुनिश्चित की जाएगी। प्रदेश में कुल 7880 मतदान केंद्र हैं और इनमें से ग्रामीण इलाकों में कुल 7235 मतदान केंद्र हैं। 142 मतदान केंद्रों में महिलाएं तैनात रहेंगी और सुरक्षा भी महिला पुलिस करेगी। आयकर, आबकारी, पुलिस, खनन, बैंकों और एयरपोर्ट को चुनाव में सतर्क रहने को कहा है। प्रदेश के माफिया और ऐसे 2200 अपराधियों पर नजर रखने को कहा है।

चुनाव लड़ने वाले अपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीवारों को अपने अपराध सार्वजनिक करने को तीन बार विज्ञापन देना होगा और संबंधित पार्टी को भी यह करना अनिवार्य है। इससे वोटर को पता चलेगा कि जिसे वह वोट दे रहे हैं, उनका अतीत कैसा रहा है। युवा और  महिला वोटरों को अधिक से अधिक वोट देने को चुनाव अधिकारी प्रोत्साहित करने को जागरुक करेंगे।