Central Vista Project: मिर्जापुर के खूबसूरत कालीन, महाराष्ट्र के सागवान से बने फर्नीचर बढ़ाएंगे नए संसद भवन की रौनक, जानें और क्या होगा खास

New Parliament Building: प्रधानमंत्री मोदी ने दिसंबर 2020 में संसद की नई इमारत की नींव रखी थी। उन्होंने पिछले महीने संसद भवन की छत पर बनाए गए अशोक स्तंभ का अनावरण किया था।

 

Central Vista Project

नई दिल्ली: नया संसद भवन मिर्जापुर के बुनकरों के हाथ से बुने गए खूबसूरत कालीन, मध्य प्रदेश तथा राजस्थान से मंगाए गए पत्थरों और महाराष्ट्र के सागवान की लकड़ी से बने फर्नीचर से सुसज्जित होगा। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्च वाली केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का काम पूरे जोर शोर से चल रहा है ताकि नवंबर, 2022 में संसद के शीतकालीन सत्र का आयोजन नयी इमारत में हो सके। भवन की आंतरिक साजसज्जा का काम तेजी से हो रहा है। साथ ही फर्श भी तैयार किया जा रहा है।
सरकार ने पिछले सप्ताह लोकसभा में कहा था कि संसद की नयी इमारत का काम 70 फीसदी पूरा हो गया है और इसका निर्माण कार्य नवंबर, 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है। सूत्रों ने बताया कि इस परियोजना के राष्ट्रीय महत्व को देखते हुए निर्धारित समयसीमा बढ़ाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘हम शीतकालीन सत्र का आयोजन नए संसद भवन में सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।’
उन्होंने संकेत दिया कि संसद भवन की नई इमारत के कुछ हिस्सों को 26 नवंबर को संविधान दिवस के आसपास खोला जा सकता है। हालांकि, अभी तक कुछ भी तय नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने दिसंबर 2020 में संसद की नयी इमारत की नींव रखी थी। उन्होंने पिछले महीने संसद भवन की छत पर बनाए गए अशोक स्तंभ का अनावरण किया था।
नए भवन में देश की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य संविधान कक्ष, संसद सदस्यों के लिए एक विश्राम कक्ष, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थान होगा। इमारत का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना में एक नए त्रिकोणीय संसद भवन, एक सामान्य केंद्रीय सचिवालय, विजय चौक से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर लंबे राजपथ का सुधार, प्रधानमंत्री के एक नए आवास और एक प्रधानमंत्री कार्यालय तथा एक नए उपराष्ट्रपति आवास की परिकल्पना की गई है।