उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में रविवार को भक्तों का खूब हुजूम उमड़ पड़ा। रविवार सुबह ही मंदिर परिसर में लंबी लाइनें लगना शुरू हो गई थी। दिल्ली से सैकड़ों भक्तों का जत्था पैदल यात्रा कर रविवार को बाबा बालकनाथ की नगरी में पहुंचा। कलयुग के अवतार पौणाहारी के जयकारों से पूरा मंदिर परिसर गूंज रहा था। भक्तों ने घंटों लाइन में लगकर गुफा के दर्शन किए। बता दें कि सोमवार से दियोटसिद्ध में चैत्र मेलों का झंडा रस्म के साथ आगाज होगा। इसके लिए सभी पुख्ता इंतजाम प्रशासन की तरफ से पहले ही कर लिए गए हैं। सैकड़ों जवान मंदिर परिसर में सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। इनकी तैनाती रविवार को ही हो जाएगी। सोमवार सुबह से यहां पर महाभीड़ जुटने की उम्मीद जताई जा रही है। रविवार को भी मंदिर परिसर में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। बाबा के जयकारे लगाते हुए भक्त मंदिर में पहुंचे तथा नियमानुसार दर्शन किए। सोमवार से शुरू होने वाले चैत्र मेलों के दौरान पुलिस और होमगार्ड जवान सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। वहीं, मंदिर परिसर को चार सेक्टर में विभाजित किया गया है।
24 घंटे खुले रहेंगे मंदिर के कपाट
चैत्र मेलों के दौरान लगभग 24 घंटे मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खुले रहेंगे और मात्र साफ -सफाई के दौरान ही मंदिर में आवागमन की अनुमति नहीं होगी। इस बारे में उपमंडल अधिकारी बड़सर शशि पाल का कहना है कि चैत्र मेलों को लेकर पहले ही पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। मंदिर परिसर को चार सेक्टर में विभाजित किया गया है। यहां पर सेक्टर अधिकारी तैनात रहेंगे तथा व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का कार्य करेंगे।
मेलों में सफाई कर्मियों की अस्थायी तैनाती
सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभालने के लिए मंदिर प्रशासन द्वारा अस्थायी तौर पर कर्मचारी रखे जा रही हैं। चैत्र मेलों के दौरान सफाई व्यवस्था चाक-चौबंद रहे इसके लिए मंदिर प्रशासन की तरफ से पहले ही पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। अस्थायी तौर पर 15-15 दिन के लिए कर्मचारी रखे जा रही हैं।