भिंड-इटावा को जोड़ने वाला चंबल पुल बंद, NH-719 पर खड़ी की गई 3 फीट ऊंची दीवार, जानें कब खुलेगा रास्ता?

नेशनल हाईवे 719 पर तीन फीट ऊंची दीवार खड़ी करके ट्रैफिक रोका गया है.

नेशनल हाईवे 719 पर तीन फीट ऊंची दीवार खड़ी करके ट्रैफिक रोका गया है.

भिंड/इटावा. नेशनल हाईवे 719 पर मध्‍य प्रदेश के भिंड और यूपी के इटावा को जोड़ने वाला चंबल पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण 25 जून से भारी वाहनों के लिए बंद किया गया था. इस समय पुल पर रेलिंग और बेयरिंग, ज्वाइंट की मरम्मत होने के बाद अब आखिरी फेज़ में डैक स्लैब कंक्रीट बिछाने का काम चल रहा है. ऐसे में पुल से गुजरने वाले सभी छोटे-बड़े वाहनों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. मरम्मत कर रही नोएडा की एग्रेटी कंपनी ने वाहनों को रोकने के लिए पुल के दोनों तरफ बैरिकेड्स लगाकर 3 फीट ऊंची दीवार हाईवे पर खड़ी कर दी है.

बहरहाल, भिंड-इटावा को जोड़ने वाला चंबल पुल 18 सितंबर से 3 अक्टूबर तक 16 दिन के लिए पूरी तरह से बंद किया गया है. कंपनी के ठेकेदार ने बताया कि पुल की डैक स्लैब पर वीयरिंग कोट (कंक्रीट) का काम कराया जाना है, जिसके लिए पुल से होकर अब लोग पैदल भी नहीं निकल सकेंगे. हालांकि जून में छोटे और हल्के वाहनों को छूट रहने की वजह से लोगों का संपर्क इटावा जुड़ा रहा, लेकिन अब इस पुल पर सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है.

2002 में पहली बार टूटी थी बेयरिंग
वर्ष 2002 में चंबल पुल की बेयरिंग टूटने की वजह से करीब एक महीने के लिए आवागमन बंद रहा था. इसके बाद वर्ष 2008 में पुल की एक स्लैब में दरार आ गई थी. ऐसे में इसकी मरम्मत के लिए एक बार फिर ट्रैफिक रोका गया था. वर्ष 2012 में फिर से एक स्लैब खिसकने की वजह से एक महीने से ज्यादा समय तक इस पुल पर ट्रैफिक बंद रहा था. 2013 में पुल की छठे पिलर और 2016 में स्लैब टूटने व बेयरिंग खराब होने की वजह से मरम्मत हुई थी. जबकि 2018 में पुल दो बार खराब हुआ. फिलहाल एक बार फिर भारी वाहनों का आवागमन बंद चल रहा है. जबकि पिछले 20 साल में 10 बार चंबल पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है.

छोटे वाहन चालकों को भी तय करना होगा लंबा सफर
चंबल पुल पर भारी वाहनों के बाद छोटे और हल्के वाहनों के आवागमन पर भी रोक लगने के बाद भिंड से इटावा के बीच की दूरी बढ़ जाएगी. अभी भिंड से इटावा की दूरी 30 किलोमीटर है. इस समय निजी वाहन से इटावा पहुंचने में 30 से 35 मिनट का समय लगता है, लेकिन चंबल पुल सभी प्रकार के वाहनों के लिए बंद होने से यह समय बढ़ गया. अब भिंड के लोगों को इटावा जाने के लिए फूप से बाया हनुमंतपुरा चौराहा, चकरनगर होते हुए इटावा पहुंचना पड़ रहा है, जिससे 65 किलोमीटर का अतिरिक्त फेर बढ़ गया है. साथ ही सफर में भी अधिक समय लग रहा है.

ओवरलोड वाहनों से पुल को हुआ नुकसान
वर्ष 1976 में यह पुल बनकर तैयार हुआ था. चंबल पुल बनाने वाले इंजीनियरों ने इसका डिजाइन 20-25 टन वजनी वाहन के हिसाब से तैयार किया गया था, लेकिन पुल पर रोक लगाए जाने से पहले तक क्षमता से अधिक वाहन निकल रहे थे. रेत के ओवरलोड वाहनों से पुल को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है. वहीं, पुल बंद होने की स्थिति में भिंड की ओर जाने वाले भारी वाहन पूर्व की तरह जालौन या फिर शिकोहाबाद होते हुए भिंड जाएंगे. जबकि भिंड से आगरा/कानपुर की ओर आने वाले भारी वाहन शिकोहाबाद या जालौन होते हुए आएंगे.

जानें अधिकारी क्या बोले
इटावा लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मुकेश ठाकुर ने बताया कि चंबल पुल पर चल रहे मरम्मत के कार्य की वजह से पुल पर पूरी तरह से आवागमन बंद कर दिया है. इस समय पुल के दोनों तरफ वाहनों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाकर दीवार बनाई है.