उपमंडल की चमुखा पंचायत राष्ट्रीय मानचित्र पर एक मॉडल बन कर सामने आई है। ग्राम पंचायत चमुखा के हर घर को छूती हुई सड़कें, हर घर में नल और स्वच्छ पेयजल, पंचायत के लोगों को शत प्रतिशत रोजगार सहित अन्य विकासात्मक कार्यों के दम पर इसे ग्राम पंचायत विकास योजना (GPDP) के तहत ‘हमारी पंचायत हमारी योजना’ में राष्ट्रीय स्तर पर अव्वल स्थान मिला है।
इस योजना के तहत प्रदेश में 15 लाख का नकद पुरस्कार जीतने वाली एकमात्र पंचायत है। पंचायत प्रधान मस्तराम और पंचायत सचिव विनोद ठाकुर की जोड़ी ने पंचायत को यह पुरस्कार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए हुए ऑनलाइन आवेदन के बाद उन्होंने लगभग सभी प्रश्नों के सही उत्तर देकर 100 में से 98 अंक प्राप्त कर पहला स्थान प्राप्त किया है।
चमुखा पंचायत 2020-21 में करीब 40 लाख रुपये की राशि से करवाए कार्यों की अदायगी भी ऑनलाइन करने वाली प्रदेश की पहली पंचायत है। पंचायत में 14वें वित्त आयोग द्वारा प्राप्त राशि को पूरी तरह से खर्च कर दिया गया है और 15वां वित्त आयोग प्रदेश भर में सबसे पहले शुरू किया गया है। जिसकी राशि लोगों को ऑनलाइन माध्यम से वितरित की जा रही है। वहीं ग्राम पंचायत चमुखा के इन कार्यों से अन्य पंचायतों को भी प्रेरणा मिल रही है।
ग्राम पंचायत चमुखा में करीब 150 पंजीकृत कामगार जुड़े हुए हैं। जिन्हें कार्य की एवज में दी जाने वाली राशि की अदायगी ऑनलाइन माध्यम से सीधे उनके खातों में की जाती है। चमुखा पंचायत विकास कार्यों के मामले में हमेशा अग्रिम पंक्ति में रहती है। इसी के तहत पंचायत भवन की दूसरी मंजिल का निमार्ण कार्य इन दिनों प्रगति पर है। इसमें अतिरिक्त कमरों का निर्माण किया जा रहा है, जिससे समय आने पर इसका सही सदुपयोग किया जा सके।
ग्राम पंचायत चमुखा में 7 वार्डों के तहत 14 उप गांव हैं। वार्डों में चमुखा, चमुखा-दो, तलसाई, सब्याहण, सब्याहण-दो, धार-1 और धार-2 है। पंचायत द्वारा बारिश के पानी को सहेजने के लिए 12 रेन हार्वेस्टिंग टैंकों का निर्माण किया गया है। पानी की कमी रहने वाली इस पंचायत में इन टैंकों का उपयोग खेतों में फसलों की सिंचाई के लिए किया जाता है। पंचायत द्वारा बच्चों के खेलने के लिए पार्कों का निर्माण भी किया जा रहा है। शुरुआती दौर में एक पार्क धार गांव में बनाया गया है। जबकि बाकि लिए वार्डों में जगह का चयन किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत चमुखा को 2009 में हर घर में शौचालय और पूरी पंचायत में सफाई व्यवस्था दुरुस्त होने पर संपूर्ण स्वच्छता पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। इसके तहत पंचायत को 2 लाख की राशि पुरस्कार के रूप में मिली है।