शिमला, 10 अक्तूबर : चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एमएमएस प्रकरण (Chandigarh university MMS case) में ढली से रंकज वर्मा को पंजाब पुलिस उठा ले गई थी। रंकज वर्मा को एमएमएस कांड का आरोपी बनाया गया था। सबसे पहले रंकज की ही फ़ोटो सोशल मीडिया (social media) में वायरल हुई। जिसमे ये बताया गया कि हॉस्टल की लड़की ने इसे वीडियो बनाकर भेजे थे। देखते ही देखते रंकज की तस्वीरें मीडिया में फैल गई। ढली पुलिस ने भी रंकज वर्मा को पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया। 20 दिन तक पंजाब पुलिस हिरासत में रहने के बाद रंकज वर्मा को जमानत (Bail) मिल गई है।
जमानत मिलने के बाद रंकज वर्मा शिमला पहुंचे और पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उसका मामले से कुछ लेना देना नही है। उसकी फेसबुक डीपी का दुरुपयोग किया गया है। जांच के दौरान रंकज ने कहा कि MMS कांड की आरोपी लड़की ने पुलिस को बताया कि वह रंकज को नही जानती है, बावजूद इसके पंजाब पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया। वहीं , मीडिया ने बिना जांच किए मेरा फोटो वायरल कर दिया। जिससे मेरी छवि खराब हुई है। जबकि असली आरोपियों को दिखाया तक नही गया।
रंकज ने आरोप लगाए है कि शिमला की ढली पुलिस ने भी बिना सोचे-समझे उसे पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया। जिसके कारण उनको मानसिक तनाव के साथ-साथ आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा है। मुझे बिना किसी गुनाह के दोषी बनाया गया और परिवार के खिलाफ भी भद्दी टिप्पणियां की गई। उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि मामले की जांच जल्द हो व उन्हे क्लीन चिट मिले और सरकार उस पर स्पष्टीकरण दे।
बता दें की इस पूरे प्रकरण का मुख्य आरोपी एक सेना का जवान पाया गया है। लड़की ने इसी सेना के जवान को वीडियो बनाकर भेजे थे जबकि रंकज का दावा है कि उसकी डीपी का गलत इस्तेमाल किया गया।