शिक्षा विभाग के दो पूर्व शिक्षा उपनिदेशकों और दो क्लर्कों के खिलाफ चार्जशीट दायर

विजिलेंस ने अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में दोनों चार्जशीट को कुल्लू की अदालत में दाखिल किया है। जिले के स्कूलों में छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर विजिलेंस ने उच्च शिक्षा विभाग से पूरा रिकॉर्ड तलब किया है। इसी के आधार पर जांच करते हुए चार्जशीट तैयार की है।

चार्जशीट(सांकेतिक)

हिमाचल प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग कुल्लू में 21.39 लाख रुपये के छात्रवृत्ति गबन मामले और प्रारंभिक शिक्षा विभाग में वित्तीय गड़बड़ी के मामले में विजिलेंस कुल्लू ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। इन दोनों मामलों में दो पूर्व शिक्षा उपनिदेशकों और दो क्लर्कों को आरोपी बनाया गया है। विजिलेंस ने अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में दोनों चार्जशीट को कुल्लू की अदालत में दाखिल किया है। जिले के स्कूलों में छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर विजिलेंस ने उच्च शिक्षा विभाग से पूरा रिकॉर्ड तलब किया है। इसी के आधार पर जांच करते हुए चार्जशीट तैयार की है। 2011 से 2015 तक सरकारी स्कूलों के बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की राशि में तत्कालीन उच्च शिक्षा विभाग के एक क्लर्क ने करीब 21 लाख की राशि का गबन किया था।

जबकि शिक्षा उपनिदेशक के नाक के नीचे यह सब होने से उन्हें भी आरोपी बनाया है। बताया जा रहा है कि गबन की गई लाखों रुपये की छात्रवृत्ति की रिकवरी कर दी है। वहीं दूसरा मामला प्रारंभिक शिक्षा विभाग कुल्लू का है, जिसमें स्कूलों के लिए फर्नीचर और पाठ्य सामग्री की खरीद-फरोख्त में नियमों को ताक पर रखते हुए वितिय गड़बड़ी की गई। लेखा विभाग शिमला ने अपनी रिपोर्ट में यह अनियमितता पाई थी।

2003 से 2005 तक हुई गड़बड़ी में विजिलेंस कुल्लू ने अपनी चार्जशीट में तत्कालीन प्रारंभिक शिक्षा विभाग के उपनिदेशक और एक बाबू का नाम शामिल किया गया है।विजिलेंस कुल्लू के उपाधीक्षक अजय कुमार ने कहा कि छात्रवृत्ति गबन और वित्तीय गड़बड़ी मामले में दो अलग-अलग चार्जशीट को कुल्लू के कोर्ट में दाखिल किया है। दोनों केसों की जांच में गड़बड़ी पाई गई है।