आईटीएफटी संस्थान पर सबसे ज्यादा 40 करोड़ की छात्रवृत्ति हड़पने का आरोप है। सीबीआई ने संस्थान के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर ली है।
सीबीआई ने 265 करोड़ रुपये के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में मोहाली के आईटीएफटी संस्थान के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर ली है। इसमें संस्थान के चीफ अकाउंट अफसर महेश कुमार सहित अन्य कर्मचारियों को नामजद किया गया है। इस संस्थान पर सबसे ज्यादा 40 करोड़ की छात्रवृत्ति हड़पने का आरोप है। सीबीआई ने बीते दिनों महेश कुमार को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था।
सीबीआई ने जांच में 266 में से 28 निजी संस्थानों की घोटाले में संलिप्तता पाई है। इनमें से 13 के खिलाफ जांच पूरी हो चुकी है और इनके खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र भी दाखिल किए गए हैं। 15 संस्थानों के खिलाफ जांच अभी जारी है। इस मामले में अब तक 25 से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। कुछ बैंकों के अधिकारी और कर्मचारी भी जांच के दायरे में हैं। ऐसे में इनकी गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि छात्रवृत्ति हड़पने के लिए कई विद्यार्थियों की जाति तक बदल दी गई।
संस्थान छोड़ चुके विद्यार्थियों को भी फर्जी तरीके से रिकॉर्ड में दर्शाया गया है। इनके विषय बदलकर छात्रवृत्तियां हड़पी गईं। यही नहीं, छात्रवृत्तियां हड़पने के लिए कई डे-स्कॉलर विद्यार्थियों को होस्टल के विद्यार्थी बताया गया है। आरोप है कि छात्रवृत्ति हड़पने के लिए बैंकों में विद्यार्थियों के खाते खोले गए और बाद में उनसे अपने स्तर पर ही राशि निकाली ली गई। कुछ संस्थानों ने उन छात्रों के दस्तावेजों को भी अपने पास रख लिया, जिनको काउंसलिंग के बाद प्रवेश नहीं मिला।