चैटजीपीटी को लेकर एक्सपर्ट बड़े-बड़े दावे करने में जुटे हैं। यह भी दावा है कि एआई चैटबॉट इंसानी जरूरत खत्म कर देगा। बेशक, उनके दावों का कुछ आधार होगा। लेकिन, एक क्षेत्र में यह नाकाम साबित हुआ है। जेईई एंट्रेंस एग्जाम में इसका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। यह सिर्फ 11 सही जवाब दे पाया।
चैटजीपीटी दुनिया के सबसे मुश्किल इम्तिहानों को पास करने में कामयाब रहा है। इनमें अमेरिका में कानून और डॉक्टरी की प्रैक्टिस करने से जुड़े एग्जाम शामिल हैं। इन एग्जाम को पास करने के बाद ही कोई अमेरिका में वकालत या फिर डॉक्टरी कर सकता है। हालांकि, वही चैटजीपीटी भारत के ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE) एडवांस्ड को क्रैक करने में फेल हो गया। जेईई की गिनती देश के सबसे मुश्किल एग्जाम के तौर पर होती है।
सिर्फ 11 सवालों के सही जवाब दे पाया ChatGPT
ChatGPT सिर्फ 11 सवालों का सही जवाब देने में कामयाब रहा। इस तरह वह पूरी तरह फेल साबित हुआ। कई लोग इस बात से अचंभित हैं। कारण है कि दुनियाभर में चैटजीपीटी की तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं। एआई चैटबॉट को क्रांति बताया जा रहा है।
जेईई एडवांस जानी-मानी परीक्षा है। यह इंजीनियरिंग के छात्रों की परख करती है। इसमें मैथ्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री के मुश्किल सवाल होते हैं। हर साल परीक्षा में बैठने वाले लाखों छात्रों में से कुछ ही इसमें सफल हो पाते हैं।
फेल हो जाने के बाद उठने लगे सवाल
एग्जाम में चैटजीपीटी के फेल हो जाने के बाद दोबारा एक चर्चा शुरू हो गई है। सवाल उठने लगा है कि क्या सही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में इंसानी इंटेलिजेंस को पूरी तरह रिप्लेस करने की ताकत है। चैटजीपीटी ने कई जटिल प्रॉब्लम को सॉल्व करके सिर्फ एआई जगत में ही हलचल नहीं मचाई है। बल्कि बाहर भी इसकी चर्चा है। वैसे कई लोग प्लैटफॉर्म की सीमाओं पर भी बात कर रहे हैं।