Cheetah Namibia : नामीबिया से भारत आने वाले चीतों की पहली तस्वीर आई सामने, 70 साल में पहली बार बनेंगे हिंदुस्तान के मेहमान

Cheetah In India : चीतों की तीन तस्वीरों में विशेषज्ञ गहनता से उनकी जांच करते नजर आ रहे हैं। पिछले महीने भारत सरकार के पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने नामीबिया सरकार के साथ एक करार किया था। पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेद्र यादव ने इसकी जानकारी दी थी।

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फोटो साभार : ट्विटर/India In Namibia

विंडहॉक : भारत के जंगलों में अब चीते दिखाई देने वाले हैं। भारत सरकार और नामीबिया के बीच हुए एक करार के तहत अफ्रीकी देश भारत को चीते देगा। आजादी के 75 साल पूरे होने पर 15 अगस्त के दिन भारत आने वाले चीतों की पहली तस्वीरें सामने आई हैं। ये तस्वीरें नामीबिया में भारत के उच्चायोग ने ट्विटर पर शेयर की हैं जिनमें चीतों की मेडिकल जांच हो रही है। करीब 70 साल में यह पहला मौका होगा जब भारत की धरती पर दुनिया के सबसे तेज जानवर रफ्तार भरते नजर आएंगे। इन मेहमानों को मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो-पालपुर नेशनल पार्क में तैयार किए गए विशेष बाड़ों में रखा जाएगा।

चीतों की तस्वीरें शेयर करते हुए उच्चायोग ने लिखा, ‘स्वतंत्रता दिवस पर खास : मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क जाने वाले संभावित उम्मीदवार चीतों का विशेषज्ञों की अंतरराष्ट्रीय टीम ने पहली बार स्वास्थ्य परीक्षण किया। यह परीक्षण प्रसिद्ध विशेषज्ञ डॉ. लॉरी मार्कर के नेतृत्व में हुआ जहां उच्चायुक्त प्रशांत अग्रवाल मौजूद रहे। हम नामीबिया के पर्यावरण और पर्यटन मंत्रालय का धन्यवाद करते हैं।’

विशेषज्ञों की टीम ने की चीतों की गहन जांच
चीतों की तीन तस्वीरों में विशेषज्ञ गहनता से उनकी जांच करते नजर आ रहे हैं। पिछले महीने भारत सरकार के पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने नामीबिया सरकार के साथ एक करार किया था। पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेद्र यादव ने इसकी जानकारी दी थी। इसके तहत दोनों देश जैव विविधता संरक्षण के साथ-साथ चीता संरक्षण की दिशा में साथ-साथ काम करेंगे। विदेश से आने वाले चीतों की पहली खेप में कुल आठ जानवर होंगे जिनमें चार नर व चार मादा होंगी।
20 साल से चल रहे चीतों को बसाने के प्रयास
भारत में शिकार और मवेशियों के लिए कम होते चारागाह के चलते चीते विलुप्त हो गए थे। पिछले 20 साल से सरकार इन्हें एक बार फिर भारत में बसाने का प्रयास कर रही है। सरकार ने साल 2010-12 तक देश के दस पार्कों का सर्वे कर उनके लिए उचित बसेरे की तलाश भी की थी। चीतों के रहने के लिए कुनो नेशनल पार्क में उनके अनुकूल माहौल तैयार किया गया है। फिलहाल दुनिया में चीते की मौजूदगी दक्षिणी अफ्रीकी देश जैसे दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, बोत्सवाना और जिम्बाब्वे में है, जहां वे प्राकृतिक माहौल में रहते हैं।