Chhath Puja 2022: छठ घाट पर दलदल में फंसे श्रद्धालु, टला बड़ा हादसा,

मुंगेर. उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ संपन्न हो गया. हालांकि इस दौरान प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद मुंगेर जिले के गंगा किनारे के कई घाट खतरों से भरे साबित हुए. घाटों पर जहां दलदल में फंसकर लोग न सिर्फ परेशान हुए बल्कि कीचड़ से भी सन गए. गनीमत रही कि कीचड़ में फंसे श्रद्धालुओं को देख आसपास के लोगों ने रस्सी और नाव के सहारे किसी तरह उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला. वरना कोई बड़ी घटना हो सकती थी. वहीं, इस पूरे प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जबकि वीडियो के वायरल होते ही लोग कहने लगे हैं कि मुंगेर प्रशासन की तैयारी सिर्फ चुनिंदा घाटों तक ही सीमित थी.

दरअसल मुंगेर जिले के वासुदेवपुर ओपी क्षेत्र के शामपुर गांव में लोगों ने गंगा के किनारे छठ घाट तैयार किया था. गंगा घाट के किनारे वाले कुछ वैसे जगहों पर कुछ लोग अर्घ्‍य देने चले गये थे, जहां दलदल था, लेकिन लोगों को इसका सटीक अंदाजा नहीं था. इस कारण से जैसे ही लोग घाट जाने के लिए दलदली इलाके से गुजरने लगे, लोगों के पांव धड़धड़ा दो से 3 फीट तक गहरे दलदल में धंसते चले गए. इससे उनके सिर पर रखी छठ पूजा के प्रसाद की सामग्री भी गिर गई. आनन-फानन में चौखंडी गांव के दर्जनों नवयुवकों ने साहस का परिचय देते हुए रस्सी का सहारा देकर सभी श्रद्धालु को सकुशल बाहर निकाल लिया.सिस्टम पर उठ रहा सवाल
वीडियो के वायरल होने के बाद अब लोग कहने लगे हैं कि छठ को लेकर कहीं भी प्रशासन पूरी तरह से संजीदा नहीं रहता है. सिर्फ सरकारी खानापूर्ति ही की जाती है. हालांकि छठ पूजा को लेकर बिहार सरकार हर जिले के पुलिस प्रशासन को सख्त निर्देश देती है कि छठ व्रती और घाट पर जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो. इसके लिए महीनों से तैयारी की जाती है. इसके बावजूद यदि आप ऐसी घटना देख रहे हैं तो कहीं ना कहीं पुलिस-प्रशासन के साथ सिस्टम पर ही सवाल उठ रहे हैं.