Chhath Puja 2022 : बिहार की जेलों में बंद कैदी भी छठ पूजा कर रहे हैं। ऐसे में जेल प्रशासन की ओर से खास इंतजाम किए गए हैं। मुजफ्फरपुर के खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में 100 बंदी पहली बार छठ कर रहे हैं। उधर, नवादा मंडलकारा में बंद 7 महिलाएं छठ पूजा कर रही हैं।
मुजफ्फरपुर: बिहार में छठ महापर्व (Chhath Puja 2022) धूम देखने को मिल रही है। मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा (Muzaffarpur Khudiram Bose Central Jail) में भी इस साल छठ पूजा के लिए खास इंतजाम किया गया है। लगभग 100 महिला और 85 पुरुष कैदी इस बार छठ महापर्व कर रहे हैं। कारा प्रशासन की तरफ से बंदियों को सारी पूजन सामग्री उपलब्ध कराई गई। महिलाओं और उनके बच्चों को इस मौके पर नए कपड़े मुहैया कराए गए हैं। पुरुषों को रंग-बिरंगी धोती और गमछा प्रदान किया गया।
शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में छठ पूजा
पूजा में इस्तेमाल होने वाले सूप और दौरा से संबंधित सारी सामग्रियां भी उपलब्ध कराई गई हैं। मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में स्थित तालाब में घाट का रंग रोगन और साफ-सफाई भी की गई है। कारा प्रशासन की तरफ से प्रयास यह है कि बंदी जैसे घर में अपना छठ व्रत करते हैं उसी तरह का माहौल यहां भी प्रदान किया जाए। जिससे उनको छठ का व्रत करने में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हो।
100 बंदी पहली बार कर रहे छठ पूजा
कारा प्रशासन की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, लगभग 100 बंदी पहली बार छठ करने जा रहे हैं। केंद्रीय कारा में स्थित तालाब के घाट पर रविवार को बंदी अर्घ्य देंगे। इसके लिए खास तौर से कारा प्रशासन की ओर से सजावट की गई है। अर्घ्य के लिए घाट को खास तौर से सजाया गया है। यहां छठ मईया के गीत के साथ भव्य रोशनी की व्यवस्था भी की गई है।
नवादा मंडल कारा में 7 महिला बंदी कर रहीं छठ
नवादा मंडल कारा में महिला बंदी लोक आस्था के महापर्व छठ पर्व कर रही हैं। छठ गीतों से पूरा मंडल कारा गूंज रहा है। जेल प्रशासन की ओर से छठ व्रतियों को पूजा से संबंधित सभी सामान उपलब्ध कराए गए हैं। छठ को लेकर कैदियों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है। जेल अधीक्षक अजीत कुमार ने बताया कि मंडल कारा में 7 महिला बंदी छठ कर रही हैं। उन्हें घर की तरह ही जेल में भी सभी सुविधा मुहैया कराई गई है।
जेल प्रशासन ने किए हैं पूजा के लिए खास इंतजाम
जेल अधीक्षक ने बताया कि छठ व्रतियों ने खरना प्रसाद बनाया है, जिसे सभी कैदियों के बीच वितरण किया गया। पहले से ही महिलाओं ने छठ व्रत करने की जानकारी दी थी, जिसके बाद उन्हें पूजा से संबंधित सभी सामान उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने बताया कि जेल में ही छठ व्रतियों के लिए एक तालाब का निर्माण भी कराया गया है, जहां छठ व्रती भगवान भास्कर को अर्घ्य देने का काम करेंगी। महिला वार्ड को सजाया गया है।