छत्तीसगढ़ में चलने वाली ट्रेनों को लगातार रद्द किया जा जा रहा है. लंबी दूरी की कई ट्रेनों के साथ ही लोकल ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं. लोकल ट्रेनें रद्द होने से स्टूडेंट, व्यापारी, नौकरी पेशा से लेकर दिहाड़ी मजदूर तक परेशान हैं. लगतार तीसरे महीने डोंगरगढ़ रायपुर रूट की लोकल ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, जिनसे रोजाना करीब 2000 दैनिक यात्री सफर करते हैं. ट्रेनों से सफर करने वालों की समस्या खत्म नहीं हो रही है. बता दें कि रेलवे ने एक बार फिर 9 जुलाई तक 34 ट्रेनों को रद्द करने का आदेश जारी कर दिया है और सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.
इन ट्रेनों में राजनांदगांव डोंगरगढ़ से होकर गुजरने वाली लोकल ट्रेनें भी शामिल हैं. गंभीर बात यह है कि यह लगातार 3 महीना होगा जब लोकल ट्रेनों का संचालन ठप रहेगा. इतना ही नहीं हालात नहीं सुधरे तो ट्रेनों के कैंसिल होने की तारीख और आगे बढ़ सकती है. कोयला सप्लाई के चलते ट्रेनें बाधित होनी बताई जा रही हैं. राजनांदगांव और डोंगरगढ़ स्टेशन से रोजाना करीब 2000 यात्री लोकल ट्रेनों से सफर करते हैं. रायपुर बिलासपुर पहुंचने के लिए लोकल ट्रेनें ही बड़ा साधन रही हैं, लेकिन लंबे समय से ट्रेनों के रद्द होने की वजह से इनकी समस्या बरकरार है
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दैनिक यात्रियों को सबसे ज्यादा समस्या
राजनांदगांव के रेलवे स्टेशन प्रबंधक आरके बर्मन का कहना है कि कई दैनिक यात्री ट्रेनों की इंक्वायरी करने आते हैं. उच्च प्रबंधन ने फिलहाल कुछ ट्रेनों को रद्द रखने का ही निर्णय लिया है. बहरहाल लंबे समय से रद्द हो रही ट्रेनों का व्यापक असर पड़ने लगा है. सबसे अधिक समस्या दैनिक यात्रियों, छात्रों, नौकरी पेशा दिहाड़ी मजदूरों को हो रही है, जो इन ट्रेनों से आसपास के शहरों में आवाजाही करते थे. अब देखना यह होगा कि भारतीय रेल की व्यवस्था कब तक सुधरती है और यात्रियों को कब तक लाभ मिल पाता है.