China Covid Death Funeral: चीन में कोरोना वायरस महामारी से हाहाकर मचा हुआ है और इतनी बड़ी तादाद में लोग मरे हैं कि उनके अंतिम संस्कार के लिए लंबी लाइन लगी हुई है। आलम यह है कि 5 से 7 दिन तक लाशें घरों में पड़ी हुई हैं। इस बीच चीन से लोग बड़े पैमाने पर विदेश जाने की तैयारी कर रहे हैं।
बीजिंग: चीन में कोरोना वायरस के कहर से हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना वायरस संक्रमण के करोड़ों मामलों के बाद अब चीन ने इस भयावहता को छिपाने के लिए एक महीने में एक बार ही कुल मामलों की संख्या जारी करने का फैसला किया है। इस बीच कोरोना के कहर का आलम यह है कि घरों में लाशें सड़ रही हैं और श्मशान 3 जनवरी तक के लिए फुल हो गए हैं। चीन में लोगों के अंतिम संस्कार को तेज करने के लिए कई कर्मचारियों की भर्ती करनी पड़ी है। बताया जा रहा है कि राजधानी बीजिंग में हालिया दिनों में मोर्चरी और श्मशान भी भरे हुए हैं। चीनी लोगों में अब देश को छोड़कर भागने की होड़ लग गई है।
राजधानी बीजिंग तो केवल एक उदाहरण है, ऐसे कई साक्ष्य सामने आए हैं कि देश के कई अन्य इलाकों में भी इसी तरह के भयावह हालात हैं। शंघाई शहर में बिजनस चलाने वाली फांग ने बताया, ‘सबसे डरावनी बात यह है कि घरों के अंदर एक, दो, तीन, यहां तक कि 6 से 7 दिनों तक पड़ी रह जा रही हैं।’ उन्होंने कहा कि उनकी दोस्त की कजिन की घर पर ही मौत हो गई। फांग ने कहा, ‘जब घर पर एंबुलेंस पहुंची तो उसकी पहले ही मौत हो गई थी, इस वजह से लाश को वहीं छोड़ दिया गया।’
‘कोरोना से मरे लोगों की लाशें 7 दिन से पड़ी हुई’
फांग ने कहा, ‘आपको श्मशान में लाइन लगाना होगा ताकि स्लॉट बुक करने के लिए आपका नंबर आ सके। वहां सुबह साढ़े 4 बजे से ही लाइन लगी हुई थी। मैंने अगले दिन श्मसानगृह को फोन किया तो उन्होंने कहा कि अगले दो दिन तक के सभी स्लॉट बुक हो गए हैं। कई घरों में तो कोरोना से मरे लोगों की लाशें 5 से 7 दिन तक पड़ी हुई हैं। चीन ने कोरोना पीड़ितों का आंकड़ा देना जहां बंद कर दिया है, वहीं कहा जा रहा है कि 20 दिसंबर तक ही करीब 25 करोड़ लोग इससे संक्रमित हो चुके थे। अब तो यह आंकड़ा काफी बढ़ चुका होगा।
माना जा रहा है कि कोरोना से चीन की 60 फीसदी आबादी संक्रमित हो सकती है। रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक बीजिंग में अभी किसी को भी अपने मृतक रिश्तेदारों के अवशेषों को श्मशान तक ले जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इसी तरह के प्रतिबंध शंघाई में भी लगाए गए हैं या नहीं लेकिन श्मशान में अतिरिक्त कर्मचारियों को भर्ती किया जा रहा है। एक श्मशान में रिश्तेदारों से यह कहा जा रहा है कि वे यह बताएं कि उनके मरीज की कोरोना से मौत नहीं हुई है।