आर्थिक तंगी से जूझ रहा है पाकिस्तान
शरीफ की चीन यात्रा ऐसे समय हो रही है जब नकदी की तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान कर्ज के भुगतान और व्यापार घाटे को कम करने के लिए जी-तोड़ कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान पर पेरिस क्लब देशों का संयुक्त रूप से लगभग 10.7 अरब अमेरिकी डॉलर का बकाया है। पेरिस क्लब प्रमुख कर्ज देने वाले देशों के अधिकारियों का एक समूह है जिसकी भूमिका कर्ज लेने वाले देशों द्वारा अनुभव की जाने वाली भुगतान कठिनाइयों के समन्वित और स्थायी समाधान खोजने की है।
1 नवंबर को चीन रवाना होंगे शहबाज
प्रधानमंत्री शरीफ एक और दो नवंबर को चीन के दौरे पर रहेंगे। विदेश मंत्रालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि शरीफ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जिसमें विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भी शामिल होंगे। इसमें कहा गया है कि शरीफ अपने चीनी समकक्ष ली क्विंग के निमंत्रण पर वहां जा रहे हैं। प्रधानमंत्री की यात्रा पाकिस्तान और चीन के बीच लगातार नेतृत्व स्तर के आदान-प्रदान की निरंतरता बताता है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि शरीफ राष्ट्रपति शी से मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री ली के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे।
रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा करेंगे दोनों देश
बयान में कहा गया, ‘‘दोनों पक्ष रणनीतिक सहयोग साझेदारी की समीक्षा करेंगे और क्षेत्रीय एवं वैश्विक घटनाक्रम पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।’’ विज्ञप्ति में कहा गया है कि अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद से शरीफ की यह पहली चीन यात्रा होगी और यह 22वें शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर 16 सितंबर को उज्बेकिस्तान में शी के साथ उनकी बैठक के बाद हो रही है।