China Taiwan Tension: नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से लगातार एशिया में तनाव बढ़ रहा है। चीन ताइवान के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रहा है। मिलिट्री एक्सरसाइज के नाम पर चीन के फाइटर जेट और युद्धपोत ने अब मेडियन लाइन को पार कर दिया है। मेडियन लाइन ताइवान स्ट्रेट में चीन और ताइवान को अलग करने वाली रेखा है।
रक्षा मंत्रालय की ओर से एक बयान में कहा गया, ‘सुबह 11 बजे तक चीनी फाइटर जेट और युद्धपोतों के कई जत्थों ने ताइवान स्ट्रेट के आस-पास युद्धाभ्यास किया और मेडियन लाइन को पार कर दिया। चीन की यह मिलिट्री एक्सरसाइज चाहे वह बैलेस्टिक मिसाइलों का टेस्ट हो या ताइवान स्ट्रेट की मध्य रेखा को जान बूझ कर पार करना, एक बुहत ही उत्तेजक कार्रवाई है।’
20 फाइटर जेट ने पार की मेडियन लाइन
जानकारी के मुताबिक चीन के 10 युद्धपोत और 20 फाइटर जेट ने मेडियन लाइन को पार किया है। मेडियन लाइन चीन और ताइवान के बीच एक अनौपचारिक लेकिन बड़े पैमाने पर स्वीकार की जाने वाली सीमा है। ये रेखा ताइवान स्ट्रेट में हैं, जो चीन और ताइवान को अलग करती है। नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा का विरोध करने के लिए चीन गुरुवार से ताइवान को घेरकर विशाल युद्धाभ्यास कर रहा है।
चीन जल्दी पार नहीं करता मेडियन लाइन
चीन ने 2020 में कहा था कि अनौपचारिक सीमा का कोई अस्तित्व नहीं, जिसके बाद चीनी घुसपैठ सीमा के करीब आम हो गई थी। लेकिन इसके बावजूद भी फाइटर जेट और युद्ध पोत का मेडियन लाइन को पार करना दुर्लभ था। मेडियन लाइन को पार करना संवेदनशील है, क्योंकि ताइवान स्ट्रेट के सबसे पतले बिंदु की अगर बात करें तो ये 130 किमी चौड़ा है। इस घुसपैठ से सैन्य दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। पिछले कुछ वर्षों में ताइवान के खिलाफ चीन ने बड़े पैमाने पर घुसपैठ की है।