महामारी के कारण लॉकडाउन के बीच चीन की आर्थिक वृद्धि में 0.4 प्रतिशत की गिरावट

बीजिंग. कोरोना वायरस के प्रकोप से लड़ने के लिए शंघाई और अन्य शहरों में लॉकडाउन लगाए जाने के बाद चीन की आर्थिक वृद्धि साल की पहली तिमाही में 0.4 प्रतिशत तक गिर गई. हालांकि, सरकार ने कहा कि अर्थव्यवस्था में ‘‘स्थिर सुधार’’ जारी है. राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने शुक्रवार को घोषणा की कि मार्च के अंत में प्रतिबंध लगाए जाने के बाद पिछली तिमाही के दौरान पहले से ही 1.3 प्रतिशत की कमजोर वृद्धि दर्ज की गई थी, लेकिन मई और जून में गतिविधि में सुधार हुआ.

चीन की आर्थिक वृद्धि साल की पहली तिमाही में 0.4 प्रतिशत तक गिर गई

संक्रमण रोधी नियंत्रण उपायों से दुनिया के सबसे व्यस्त बंदरगाह शंघाई में जहाजों का परिचालन बाधित हुआ है, जिससे वहां और अन्य प्रमुख शहरों में विनिर्माण बाधित हुआ. लाखों लोग अपने-अपने घरों तक ही सीमित थे जिससे उपभोक्ता खर्च में कमी आई.

अधिकांश आर्थिक पूर्वानुमानकर्ताओं को उम्मीद है कि चीन इस साल सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के 5.5 प्रतिशत के विकास लक्ष्य को हासिल करने में विफल रहेगा. वहीं अमेरिका की लॉस एंजिलिस काउंटी में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं जिससे मास्क लगाने को अनिवार्य किए जाने की नौबत आ सकती है.

काउंटी की स्वास्थ्य निदेशक बारबरा फेरर ने इस सप्ताह कहा कि यदि अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बरकरार रही तो मास्क लगाना अनिवार्य करने का निर्देश दिया जा सकता है. यहां करीब एक करोड़ लोग रहते हैं. अमेरिका में इस समय वायरस के बेहद संक्रामक बीए.5 स्वरूप के कारण संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. बीए.5 से संक्रमण के मामले, कुल मामलों का 65 प्रतिशत हैं और बीए.4 से 16 प्रतिशत लोग संक्रमित हैं. टीके से प्राप्त प्रतिरक्षा को मात देकर वायरस के यह स्वरूप लोगों को संक्रमित कर रहे हैं.

हालिया हफ्तों में नए ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमित होने वाले लोगों की अस्पताल में भर्ती होने की तादाद पुनः बढ़ गई है और राज्य तथा नगर प्रशासन के साथ व्हाइट हाउस भी इससे निपटने के लिए नए कदम उठा रहा है. कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि चेतावनी देर से दी गई. स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टीट्यूट के प्रमुख डॉ. एरिक टोपोल ने कहा, “चेतावनी बहुत पहले दी जानी चाहिए थी.” टोपोल ने वायरस के बीए.5 स्वरूप को अब तक का सबसे खतरनाक स्वरूप करार दिया है. दुनिया भर में इन दोनों स्वरूपों का प्रभाव कई हफ्तों से स्पष्ट दिख रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस के यह स्वरूप तेजी से अपने पुराने स्वरूप की जगह ले लेते हैं और इनसे संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जाती है.