चीन की विस्तारवाद नीति हो सकती है भारत के लिए घातक : तेन्जिन छुंडू

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चीन की विस्तारवाद नीति हो सकती है भारत के लिए घातक

चीन की विस्तारवाद नीति हो सकती है भारत के लिए घातक : तेन्जिन छुंडू
तिब्बतियन यूथ कांग्रेस ने जलाया चीन का झंडा

धर्मशाला : तिब्बतियन यूथ कांग्रेस (टीवाईसी) ने रविवार को चीन का झंडा जलाते हुए चीन के विरोध में प्रदर्शन किया। टीवाईसी नेता तेन्जिन छुंडू ने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग तीसरी मर्तबा राष्ट्रपति बन गए हैं और इस तरह चीन डिक्टेटरशिप पर उतारू है। उन्होंने कहा कि चीन की विस्तारवाद की नीति भारत के लिए घातक साबित हो सकती है, क्योंकि वर्तमान में सीमाओं पर पहले से ही तनाव है। उन्होंने कहा कि चीन ने छह दशक पहले तिब्बत पर अनाधिकृत रूप से कब्जा किया था। जिसके बाद अन्य देशों पर भी चीन ने अपना अधिपत्य जमाने का प्रयास किया। चीन द्वारा तिब्बत की संस्कृति और पहचान को टारगेट किया जा रहा है। तिब्बत में मीडिया के जाने की स्वतंत्रता नहीं है। तेन्जिन छुंडू ने कहा कि तिब्बत से मिली जानकारी के अनुसार चीन द्वारा तिब्बत में बड़े स्तर पर डीएनए सेंपल लिए जा रहे हैं। चीन द्वारा अपनाई जा रही जीरो कोविड पॉलिसी से परेशान होकर कई तिब्बतियों ने तिब्बत में आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। टीवाईसी मांग करती है कि चीन सरकार तिब्बत में हार्ड लाइन पॉलिसी को रोके। कोविड के चलते बड़े स्तर पर कलेक्ट किए जा रहे डीएनए पर रोक लगाई जाए। टीवाईसी तिब्बत में चीन की साम्यवादी सरकार द्वारा पुन: रूल्स थोपने की निंदा करती है। टीवाईसी का कहना है कि हम तिब्बत के लोगों की आवाज उठा रहे हैं, जो कि चीनी सरकार के अत्याचारों का शिकार हो रहे हैं। हमारा विरोध तिब्बत की आजादी तक इसी तरह से जारी रहेगी।