वीरवार को सीटू और भारत की जनवादी नौजवान सभा डीवाईएफआई द्वारा डीसी सोलन के माध्यम से राष्ट्रपति को महिला कुश्ती खिलाड़ियों के उत्पीड़न के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें सीटू और डीवाईएफआई ने मांग की है कि पिछले लंबे समय से महिला कुश्ती खिलाड़ियों द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है यह धरना प्रदर्शन कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के द्वारा बड़े लंबे समय से किए जा रहे कई महिलाओं के साथ छेड़छाड़ व यौन उत्पीड़न की घटनाओं के खिलाफ किया जा रहा है लेकिन बृजभूषण शरण सिंह की राजनीतिक पहुंच और गुंडागर्दी के चलते अभी तक इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है जिसको लेकर आज ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपा गया है।
भारत की जनवादी नौजवान सभा डीवाईएफआई के जिला सचिव राकेश ने बताया कि विभिन्न अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए पदक दिलवाने वाले इन खिलाड़ियों का आरोप है कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह द्वारा लंबे समय से कई महिला खिलाड़ियों के साथ छेड़छाड़ व यौन उत्पीड़न की घटनाओं को अंजाम दिया गया है लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही उन पर नहीं हो पाई है।
किसी भी देश के लिए उसके खिलाड़ी गौरव का कारण होते हैं परंतु आज यही खिलाड़ी आंदोलन करने को मजबूर है और पुलिस प्रशासन द्वारा भी इनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है और उनकी मांगों पर किसी भी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा है खिलाड़ियों के साथ ऐसी घटना देश की कानून व्यवस्था और खिलाड़ियों की गरिमा पर एक बड़ा तमाचा है, ऐसे में इसको लेकर सीटू और डीवाईएफआई मांग करती हैं कि इस विषय पर संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष तौर पर जांच बिठाई जाए और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को उनके पद से हटाया जाए वही दोष साबित होने पर दोषी को सख्त से सख्त सजा भी दी जाए।