राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता धर्म चन्द के मनाली पहुंचने पर नगर परिषद ने किया सम्मानित
राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त करने के बाद मनाली के शिक्षक धर्मचंद गुरुवार को मनाली पहुंचे। मनाली पहुंचने पर नगर परिषद मनाली के अध्यक्ष चमन कपूर, उपाध्यक्ष मनोज लारजे और पार्षद ललिता ने धर्मचंद को इस उपलब्धि के लिए सम्मानित किया। उन्हें पुरस्कार मिलने की खुशी में मिठाइयां बांटी गई। इस अवसर पर धर्मचंद पत्रकारों से भी रूबरू हुए। उन्होंने इस पुरस्कार का श्रेय एनएसएस के स्वयं सेवियों को दिया। उन्होंने कहा कि स्वयं सेवियों की मेहनत की बदौलत ही यह मुकाम हासिल हुआ है।एनएसएस कार्यक्रम के बेहतर संचालन को लेकर उन्हें 24 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने पुरस्कृत किया।
पत्रकारों से बातचीत में धर्मचंद ने बताया कि यह पुरस्कार देश के दस एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों को दिया गया है। राज्य स्तर पर उन्हें इस पुरस्कार के नामित किया गया था। उन्होंने कहा कि देवी-देवताओं और परिजनों के आशिर्वाद तथा स्वयं सेवियों के योगदान से वह इस मुकाम तक पहुंचे। वर्ष 2013 से लेकर मनाली स्कूल में एनएसएस के जो गतिविधियां की उसकी बदौलत उन्हें यह पुरस्कार मिला। एनएसएस स्वयं सेवियों के सहयोग से यहां पर कई कार्य किए गए। कोरोना काल के दौरान ग्रामीण स्तर पर जाकर लोगों को जागरुक किया गया। मनाली में तीन हजार से अधिक पौधे लगाए। मतदाता जागरुकता एवं स्वचच्छता अभियान में एनएसएस स्वयं सेवियों ने बेहतरीन कार्य किया।
कोटला गांव में हुए अग्निकांड में पीड़ितों की मदद के लिए भी स्वयं सेवियों ने योगदान दिया। उन्होंने कहा कि मनाली स्कूल को भी बेहतर कार्य के लिए पुरस्कार मिला है। उन्होंने कहा कि एनएसएस का एकमात्र उद्देश्य युवा छात्रों को सामुदायिक सेवा के माध्यम से अपने व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए अनुभव प्रदान करना है। राष्ट्रीय सेवा योजना का आदर्श वाक्य मैं नहीं हम है।उन्होंने कहा कि वह अपने कार्य को निरन्तर जारी रखेंगे और युवाओं के अंदर देश भक्ति की भावना जागृत करते रहेंगे।