जिसने भी छुआ वो स्वर्ण हुआ, सब कहे मुझे मैं पारस हूं। मेरा जन्म महाश्मशान, मगर मैं जिंदा शहर बनारस हूँ। चंद्रशेखर गोस्वामी की बनारस पर इस लाइन को हर काशीवाशी ने अपना वाट्सएप स्टेटस तो जरूर ही लगाया होगा। काशी को ‘सात वार नौ त्यौहार‘ का शहर कहा जाता है। फिलहाल यह शहर आज साल के अपने आखिरी महापर्व देव दीपावली को मनाने की तैयारी में जुटा है। देव दीपावली को लेकर शिव की नगरी काशी में गजब का उत्साह है। अस्सी से राजघाट के बीच जगह-जगह संगीतमय महोत्सवों की रूपरेखा तैयार की गई है। अस्सी से राजघाट और संत रविदास घाट से विश्व सुंदरी पुल के बीच करीब सौ से अधिक घाटों पर दीप महोत्सव की छटा बिखेरगी। पढ़ें हर अपडेट…
शहर में छह जगह से होगा लाइव प्रसारण
देव दीपावली पर विश्व प्रसिद्ध काशी के घाट की आरती और सजावट शहर के कई स्थानों से सजीव देखा जा सकेगा। सरकार ने इसके लिए छह प्रमुख स्थानों पर बड़ी एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था की है। श्रद्धालुओं के लिए रियल टाइम आरती देखने के लिए कैमरे लगाए गए हैं। एलईडी स्क्रीन लगाने के लिए छह जगहों का चयन भी भक्तों की अधिकता व आवागमन की दृष्टि से किया गया है। यह स्थान अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट, राजघाट, गोदौलिया मल्टी लेवल पार्किंग व वाराणसी कैंट स्टेशन हैं।
04:57 PM, 07-NOV-2022
देव दीपावली देश के अमर जवानों को समर्पित
दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की ओर से अमर शहीद ज्योति की अनुकृति तैयार है। देव दीपावली देश के अमर जवानों को समर्पित रहेगी। गंगोत्री सेवा समिति की ओर से 108 किलो अष्टधातु की गंगा प्रतिमा का 108 किलो फूलों से श्रृंगार किया जाएगा। चेतसिंह घाट पर थ्रीडी प्रोजेक्शन मैपिंग के जरिए गंगा अवतरण और देव दीपावली की कहानी दर्शाई जाएगी।
04:44 PM, 07-NOV-2022
एयरपोर्ट पर पर्यटकों का भव्य स्वागत
देव दीपावली पर बनारस आने वाले पर्यटकों के मन में काशी की दैदीप्यमान छवि सजेगी। बनारस में कदम रखते ही रेलवे, रोडवेज और एयरपोर्ट से ही देव दीपावली का उत्साह बिखरने लगेगा। एयरपोर्ट पर यात्रियों का डमरू दल और शहनाई वादन से स्वागत हो रहा है।
04:42 PM, 07-NOV-2022
घाट किनारे खड़ी रहेगी एंबुलेंस, स्वास्थ्य टीम करेगी निगरानी
देव दीपावली को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। घाटों पर होने वाली भीड़ के मद्देनजर जहां अस्पतालों में बेड रिजर्व कराया गया है, वहीं घाट किनारे एंबुलेंस भी खड़ी रहेगी। यहां डाक्टरों की ड्यूटी भी लगाई गई है, जिससे कि किसी तरह की समस्या का तुरंत समाधान कराया जा सके। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि आपात स्थिति से निपटने के पूरे इंतजाम किए गए हैं। किसी तरह की आपात स्थिति में जरूरत पड़ने पर 108 एंबुलेंस को फोन कर बुलाया जा सकता है।
04:33 PM, 07-NOV-2022
रायपुर से देव दीपावली देखने आया 40 लोगों का समूह
छत्तीसगढ़ के रायपुर से देव दीपावली देखने के लिए 40 लोगों का दल वाराणसी पहुंचा। उन्होंने कहा काशी की देव दीपावली के बारे में बहुत सुना था। आज हम देख रहे हैं। बहुत खुशी हो रही है। हमारे अंदर बहुत ही उमंग, उत्साह और उल्लास भरा है।
03:30 PM, 07-NOV-2022
गंगा में ट्रैफिक प्लान लागू
देव दीपावली पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देख सुरक्षित नौका संचालन के लिए जल पुलिस ने गंगा में ट्रैफिक प्लान लागू किया है। जिसके तहत सोमवार सुबह से ही खिड़किया घाट से रविदास घाट तक पानी के बीच डिवाइडर बनाया जा रहा है। नौका संचालन के लिए दो लेन बनाए गए हैं। एक लेन से नावें आएंगी, दूसरे से जाएगी। लेन बदलते पाए जाने पर नाव जब्त करने की कार्रवाई होगी
02:56 PM, 07-NOV-2022
काशी विश्वनाथ धाम में उमड़ा श्रद्धालुओं का रेला
कार्तिक पूर्णिमा के दिन काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ा है। धाम परिसर के बाहर तक बाबा के भक्तों की कतार लगी है। पूरा धाम परिसर हर-हर महादेव और बोल बम के उद्घोष से गूंज रहा है।
02:55 PM, 07-NOV-2022
कार्तिक पूर्णिमा का विशेष रूप से इंतजार
बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी यूं तो साल के 12 महीने तीर्थयात्रियों, सैलानियों से गुलजार रहती है। लेकिन देशी-विदेशी पर्यटकों को कार्तिक पूर्णिमा का विशेष रूप से इंतजार रहता है क्योंकि देव दीपावली के दिन असंख्य दीपकों की रोशनी से नहाए हुए काशी के घाट आसमान में टिमटिमाते तारों से नजर आते हैं। कार्तिक पूर्णिमा की शाम जब लाखों दिए काशी की उत्तरवाहिनी गंगा किनारे एक साथ जलते हैं, तो रोशनी से सराबोर गंगा के घाट के घाट देवलोक के समान प्रतीत होते हैं। काशी में गंगा किनारे इसी अनुपम छटा को देखने और अपने कैमरे में कैद करने के लिए लोग दुनिया के कोने-कोने से यहां पहुंचते हैं।
02:51 PM, 07-NOV-2022
: दीयों की रोशनी में नहाने को तैयार शिव की नगरी, घाटों पर उमड़ने लगी भीड़
देव दीपावली को लेकर शिव की नगरी काशी में गजब का उत्साह है। अस्सी से राजघाट के बीच जगह-जगह संगीतमय महोत्सवों की रूपरेखा तैयार की गई है। अस्सी से राजघाट और संत रविदास घाट से विश्व सुंदरी पुल के बीच 100 अधिक घाटों पर दीप महोत्सव की छटा बिखेरगी।