हिमाचल प्रदेश में बुधवार रात से जारी बारिश से भारी तबाही हुई है। मंडी और कुल्लू जिले में बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। कुल्लू जिले के आनी के शिल्ली में बादल फट गया जिससे खदेड़ में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। मलबे में दबकर दो महिलाओं की मौत हो गई। प्रदेशभर में एक नेशनल हाईवे समेत 170 सड़कें अवरूद्ध हैं। 873 बिजली ट्रांसफार्मर ठप और 14 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित चल रही हैं। रामपुर बुशहर की इंदिरा मार्किट रामपुर में नाले में पानी आने से कई गाड़िया मलबे में दब गई हैं। मंडी- कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग पर 7 मील के पास तथा वाया कटौला मार्ग कमांद के पास पहाड़ से पत्थर गिरने के कारण बंद हो गया है। यहां जीप पर पत्थर गिरे हैं। घटना में किसी को कोई चोट नहीं आई है। समय रहते सब गाड़ियों से बाहर निकल गए। मंडी पठानकोट एनएच उरला के पास दो घंटे बंद रहा। भारी बारिश से सुंदरनगर की बीबीएमबी कॉलोनी जलमग्न हो गई है।
चांबी पंचायत के जंगम बाग में सुबह 4:30 बजे में निर्माणाधीन भवन का मलबा एक मकान पर गिरने से उसमें परिवार के 9 लोग फंस गए। 8 लोग किसी तरह बाहर निकलने में सफल रहे लेकिन एक महिला को बाहर निकालने के लिए प्रशासन को 4 जीसीबी मशीनें लगानी पड़ीं। मलबा हटा कर महिला को सुरक्षित निकाल लिया गया है। मंडी जालंधर वाया धर्मपुर नेशनल हाईवे लौंगनी के पास बंद है। ब्यास समेत सभी नदी-नाले उफान पर है। वहीं बीएसएल परियोजना की पुंघ टनल के पास सुबह नाले में मलबा गिरने से सारा पानी बीएसएल जलाशय की ओर आ गया जिससे पुंघ टनल का क्षेत्र झरने में बदल गया।
यहां पर साथ ही स्थित बीएसएल परियोजना की सुरक्षा गार्द की रिहायश में भी पानी तीन फीट तक भर गया। यहां रह रहे पुलिस कर्मियों को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। इसके साथ ही सटे कल्याण गो सदन में भी सुबह चार बजे निर्माणाधीन फोरलेन की तरफ से पानी आ घुसा। जिसके कारण गोसदन के शैडों में जहां मवेशी बांधे जाते हैं तीन-चार फीट पानी भर गया। किसी तरह से मवेशियों को बाहर निकालने का कार्य कर खुले शेड में पानी के बीच ही बांधना पड़ा। बारिश के कारण यहां पर लाखों रुपयों का चारा भी खराब हो गया है।
डीएवी सुंदरनगर स्कूल को जाने वाली सड़क पर भी तीन-तीन फीट पानी आ गया। जिसके कारण स्कूल में आज अवकाश कर दिया गया है। डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने बताया कि बचाव कार्य जारी है। भारी बारिश हुई है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। जानी नुकसान की कोई सूचना नहीं है लोग सावधानी से बाहर निकलें और नदीं-नालों के पास जाने से परहेज करें। नालों में बाढ़ आने से मनाली-लेह मार्ग अवरूद्ध हो गया है। वहीं पत्थर गिरने से ग्रांफू-काजा मार्ग भी बंद है। बारिश से जिला कुल्लू और लाहौल में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। भूस्खलन से 25 से ज्यादा सड़कें बंद हैं
कालका-शिमला रेलवे रेल लाइन पर सनवारा के समीप चलती ट्रेन पर पेड़ गिर गया। जिससे इंजन के फ्रंट शीशे समेत लाइटों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि ट्रेन चालक समेत सभी यात्री सुरक्षित हैं। दो घंटे बाद पेड़ हटाकर रेलवे लाइन को बहाल किया गया है। इस बीच इंजन को धर्मपुर रेलवे स्टेशन पर खड़ा कर दिया है। जिसकी फिटनेस की जांच रेलवे अधिकारी कर रहे है। वहीं शिमल के लिए जा रही 52453 मेल के आगे दो पेड़ गिर गए। चालक ने ट्रेन मौके पर रोक दी। आधे घंटे बाद पेड़ को हटाने के बाद ट्रेन शिमला के लिए रवाना हुई। अब सभी रेलगाड़ियां एक से चार घंटे लेट हो गई हैं।