कुल्लू के मनाली स्थित पलचान के सेरी नाला में देर रात करीब तीन बजे बादल फट गया। जिससे ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है। पूरी उझी घाटी में बाढ़ से अफरा तफरी मची रही।

हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू की ऊझी घाटी से लेकर लाहौल में रविवार रात को भारी बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मनाली के पलचान के पास सेरी नाला में देर रात करीब 3:00 बजे बादल फटने की घटना सामने आई है। ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से सोलंग गांव के लिए बनाया गया लकड़ी का पुल बह गया है।
इसके अलावा पलचान व बाहंग के आसपास नदी किनारे बना एक रेस्तरां, खोखों सहित कुछ वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है। बादल फटने के बाद ब्यास नदी का जलस्तर एकाएक बढ़ने से नदी किनारे रहने वाले लोग रातभर नहीं सो पाए। उपमंडलाधिकारी मनाली सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि प्रशासन नुकसान का आकलन करने में जुट गया है।
वहीं लाहौल में भी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तेलिंग नाला में भारी बारिश से बाढ़ आ गई। इससे मनाली-लेह मार्ग करीब पांच घंटे तक बंद रहा। सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल शबरीश वाचली ने कहा कि बाढ़ सोमवार सुबह करीब 5:00 बजे के आसपास आई थी। अब मलबा हटाकर मार्ग को खोल दिया है।