जम्मू एवं कश्मीर में एक बार फिर से 90 के दशक की घटनाओं के दोहराव ने आतंक का माहौल है. गैर-मुस्लिमों और कश्मीरियों को निशाना बनाया जा रहा है. लगातार गैर-कश्मीरियों की हत्या पर हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है.
धर्मशाला में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि घाटी में जिस तरह से 90 के दशक में उनके वरिष्ठ कार्यकर्ता टीका लाल टपलू, डीडी नेशनल के डायरेक्टर समेत कई लोगों को टारगेट कर मारा गया था, आज भी इसी तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. हालांकि, ये ज़्यादा देर तक चलने वाला नहीं है. केंद्र सरकार इस मसले पर पूरी सतर्कता बरत रही है. घाटी में एक्शन लगातार चल रहा है और एक्शन और भी सख़्त होना चाहिये.
हिमाचल प्रदेश में पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष को हर हाल में राजनीति ही करनी है, जबकि इस मामले की तस्वीर पूरी तरह से साफ है. उन्हें इस घटना की जानकारी रात के साढ़े 11 बजे मिली. उन्होंने तुरन्त जिम्मेदारी के साथ इस मसले पर संज्ञान लेते हुये केस करने के आदेश दिए थे.
दूसरे दिन एसआईटी गठित कर दी थी.साथ ही पेपर भी रद्द कर दिया. सीएम ने कहा कि आरोपियों को बिहार तक से पकड़ कर लाया गया है, पुलिस की ओर से जांच सही दिशा में करने के बावजूद मामला सीबाआई को सौंप गया है. इस पर किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए.
इससे पहले, धर्मशाला में वर्ल्ड साइकिलिंग-डे पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाई और कहा कि इस तरह के इवेंट होते रहने चाहिये, जिससे हर शख्स शारीरिक और मानसिक तौर पर फिट रहता है.