नाहन,20 सितंबर : हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सिरमौर के शिलाई विधानसभा क्षेत्र पर खास मेहरबानी रही। ये जग जाहिर है कि ये मेहरबानी दोस्त के लिए की जा रही थी, ताकि वो चुनाव जीत जाएं। करीब एक साल से पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने मुख्यमंत्री से जो भी मांगा, वो मिलता रहा। आखिर में हाटी को अनुसूचित जनजाति का दर्जा भी हासिल हो गया।
शतरंज की बिसात पर मुख्यमंत्री ने बलदेव तोमर के लिए कांग्रेस की घेराबंदी की है। ये अलग बात है कि कांग्रेस के मौजूदा विधायक हर्षवर्धन चौहान पार्टी में न केवल वरिष्ठ हैं, बल्कि साफ-सुथरी छवि के भी नेता हैं। शतरंज की बिसात पर पूर्व विधायक 2022 में नहीं जीत पाए तो लाजमी तौर पर राजनीतिक पारी का अंत हो जाएगा।
आपके जहन में सवाल उठ रहा होगा कि शिलाई विधानसभा क्षेत्र में ऐसा क्या हुआ।
तकरीबन, एक साल पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ऐसी घोषणाएं की, जिसे जानकर हर कोई दंग हुआ था। शिलाई में सिविल कोर्ट, जल शक्ति महकमे का मंडल कार्यालय, विद्युत बोर्ड का मंडल कार्यालय, डीएसपी ऑफिस, अग्निशमन केंद्र के अतिरिक्त शिलाई अस्पताल को 100 बैड का दर्जा तो दिया ही गया, साथ ही तिलोरधार में बीडीओ कार्यालय दिया। यही नहीं, शिलाई विधानसभा क्षेत्र में दूसरे एसडीएम कार्यालय को कफोटा में क्रियान्वित भी कर दिया गया है।
चूंकि शिलाई में डीएसपी कार्यालय खोलने के लिए दो थानों की शर्त जरूरी होती है, लिहाजा पहले कफोटा को पुलिस थाना घोषित किया गया। इसके फौरन बाद ही शिलाई में डीएसपी कार्यालय की घोषणा कर दी गई। सोमवार को मनीष चौधरी को यहां बतौर डीएसपी भी तैनात कर दिया गया है।
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इसके अतिरिक्त कफोटा में विद्युत सब डिवीजन व बीएमओ कार्यालय भी खोल दिया गया। रोचक बात ये है कि यहीं बात खत्म नहीं होती। सतौन में आईटीआई, डिग्री कॉलेज व सब तहसील भी खोल दी गई।
उधर, रोनहाट में जल शक्ति विभाग का सब डिवीजन कार्यालय व टिम्बी में पीडब्ल्यूडी का एसडीओ ऑफिस भी घोषित हुआ। ये मुख्य घोषणाएं हैं। इसके अलावा छोटी-मोटी घोषणाओं का तो अंबार ही लगा दिया गया। शायद ही हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री के गृह निर्वाचन क्षेत्र सराज के अलावा किसी अन्य हलके में शिलाई की तरह घोषणाएं तो की गई, जिसमें से अधिकांश को अमलीजामा भी पहनाया गया।
हाटी का दांव खेल कर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शतरंज की बिसात पर दोस्त के लिए कांग्रेस की चेक-मेट करने का इंतजाम तो किया है, लेकिन असल चाबी मतदाताओं के हाथ में है। 19 सितंबर 2022 को शिलाई में जयराम सरकार ने डीएसपी की तैनाती की अधिसूचना भी जारी कर दी।
देखना ये होगा कि मतदाता इससे प्रभावित हुए हैं या नहीं या फिर मतदाता कोई दूसरा अंकगणित सामने लाकर चौंकाने वाले परिणाम देंगे।
ये है शिलाई विधानसभा क्षेत्र का आंकड़ा….
2017 में कांग्रेस के हर्षवर्धन चौहान ने 52.09 प्रतिशत मत लेकर चुनाव जीता था। बलदेव तोमर को 44.72 प्रतिशत वोट पड़े थे। 2012 में बलदेव तोमर ने 49.33 प्रतिशत मत लेकर चुनाव जीता था। हर्षवर्धन चौहान को 45.03 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे। 2007 के चुनाव में पहली बार बलदेव तोमर ने अपनी किस्मत आजमाई थी। मात्र 3616 मतों पर सिमट गए थे। कांग्रेस के हर्षवर्धन चौहान ने 20,247 वोट हासिल कर चुनाव जीता था।
भाजपा से बगावत करने वाले अमर सिंह चौहान ने 16,783 वोट हासिल कर भाजपा का खेल बिगाड़ दिया था। टिकट मिलने पर बलदेव तोमर का 2022 में चौथा चुनावी दंगल होगा।