मंडी, 27 अक्तूबर : हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में पार्टी का टिकट न मिलने से खफा भाजपा नेता निश्चित तौर पर नामांकन वापिस लेने की तारीख यानी 29 अक्तूबर तक अपना नामांकन वापिस ले लेंगे। चुनावों में वह भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में कार्य करेंगे। यह दावा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया है। चुनावों में टिकट की चाह रखने वालों के आजाद ही मैदान में उतरने से हुए डैमेज कंट्रोल के लिए सीएम ने कमान अपने हाथ में ले ली है।
इसी कड़ी में वीरवार को सीएम जयराम ठाकुर ने मंडी में भी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति बनाई।
इस दौरान उन्होंने मंडी में चुनावों के लिए स्थापित मीडिया सेंटर का निरिक्षण भी किया। पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता में पूछे गए एक सवाल के जवाब में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि जैसी ही चुनावों का दौर आता है तो कई नेता चुनाव लड़ने का मन बना लेते हैं। .
उन्होंने कहा कि भाजपा में एक व्यवस्था के तहत पार्टी का शीर्ष नेतृत्व प्रत्याशी का चयन करता है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में जहां भी भाजपा के नेता आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं, उन्हें 29 अक्तूबर तक हर हाल में मनाया जाएगा।
सीएम ने कहा कि कई स्थानों पर रूठे हुए नेताओं को मना लिया गया है, और जल्द ही चुनावों में वह नेता भाजपा के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि मंडी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अधिकतर विधानसभा में भाजपा से रूठों को मना लिया गया है, और अभी भी क्षेत्रों में सभी के मिलकर कार्य करने की उम्मीद है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा के चुनावों में दोनों ही प्रमुख दलों के नेताओं के आजाद उम्मीदवार मैदान में उतरने से जीत के समीकरण बदल सकते हैं। ऐसे में भाजपा पूरे प्रदेश में डैमेज कंट्रोल करने में लगी हुई है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो प्रदेश में बागी भाजपा की सरकार को रिपीट करने की राह में रुकावट बन सकते हैं।