शिमला नगर निगम (Shimla MC) को नए मेयर व डिप्टी मेयर मिल गए है। इन पदों के लिए सोमवार को जिला उपायुक्त कार्यालय (Deputy Commissioner’s Office) के बचत भवन में चुनाव हुआ। छोटा शिमला से पार्षद सुरेंद्र चौहान को कांग्रेस ने मेयर चुनाव के लिए मैदान में उतारा था और वह बिना किसी प्रतिरोध के शिमला के नए मेयर निर्वाचित (elected) हो गए। इस पद के लिए भाजपा की ओर से कोई भी उम्मीदवार नहीं उतारा गया था। सुरेंद्र चौहान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) के करीबियों में शामिल हैं। वह तीसरी बार पार्षद बने हैं।
टूटीकंडी से कांग्रेस की पार्षद उमा कौशल भी निर्विरोध डिप्टी मेयर (deputy mayor) चुनी गई। उमा कौशल लगातार चौथी बार पार्षद चुनी गई हैं। इस बार उन्होंने 521 मतों के विशाल अंतर से भाजपा उम्मीदवार को परास्त किया था, जबकि मेयर बने सुरेंद्र चौहान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 557 मतों से मात दी थी।
अहम बात यह है कि मेयर व डिप्टी मेयर के दोनों पद शिमला शहर हल्के को मिले हैं। नगर निगम के 34 वार्डों में शिमला शहर के 18 वार्ड हैं। कसुम्पटी हल्के में 12 और शिमला ग्रामीण हल्के में चार वार्ड शामिल हैं। कांग्रेस ने शिमला शहर में 13, कसुम्पटी में सात और शिमला ग्रामीण में चार वार्डों पर जीत दर्ज की है। इससे पहले अतिरिक्त उपायुक्त शिवम प्रताप सिंह (ADC Shivam Pratap Singh) ने आज नवनिर्वाचित पार्षदों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ समारोह में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, पंचायती राज व ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह व नगर निगम चुनाव प्रभारी तजिंदर पाल बिट्टू मौजूद रहे।
बता दें कि शिमला नगर निगम के 34 वार्डों में इस बार कांग्रेस ने प्रचण्ड जीत दर्ज की है। कांग्रेस के 24 और भाजपा के नौ पार्षद चुन कर आए हैं। जबकि माकपा का एक पार्षद निर्वाचित हुआ है। शिमला नगर निगम में इस बार 21 महिलाएं पार्षद बनी हैं।