शिमला में हो रही बारिश से भारी नुक्सान हो रहा है । वीरवर सुबह से करीब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सरकारी आवास के नीचे चार भवनों को भूस्खलन के बाद खतरा पैदा हो गया है इन भवनों में रह रहे 35 लोगों को राज्य सरकार के चौड़ा मैदान सिर्फ सर्किट हाउस में शिफ्ट कर दिया है मुख्यमंत्री आवास में कुछ ही महीने पहले एक गौशाला का निर्माण किया गया था इस गौशाला के नीचे बने भवनों में गौशाला के लिए बनी सड़क और रास्ता पूरी तरह से गिरने के बाद परेशानी बन गया है हालांकि प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर किसी का जानी नुकसान ना हो इसके लिए इन भवनों में रह रहे सभी लोगों को शिफ्ट कर दिया है हादसे की सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन से लेकर नगर निगम के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं बताया जा रहा है कि सड़क के नीचे पानी काफी मात्रा में इकट्ठा हो गया था इस कारण एकदम से पूरी जमीन ही पलट गई यार भवनों को खतरा पैदा हो गया.
मौके पर पहुंचे एसडीएम अर्बन मनजीत शर्मा ने बताया कि आज सुबह डंगा घंसने से साथ लगते घरों को खतरा पैदा हो गया था, इसी के चलते यहां से उन्हें शिफ्ट किया गया है। इन परिवारों के रहने की व्यवस्था सर्किट हाउस में की गई है। ज्यादा खतरा नहीं है लेकिन एहतियात के तौर पर यहां से लोगों शिफ्ट किया गया है। आज सुबह डीसी शिमला आदित्य नेगी भी मौके पर पहुंचे थे उन्होंने सारी व्यवस्था ने निर्देश दिए हैं।
यहां पर रहने वाले अरविंद कुकरेजा ने कहा कि आज सुबह पांच बजे डंगा गिरा। इसके बाद वे सभी लोग सीएम आवास गए वहां पर वे डॉ साधना ठाकुर से मिले। उन्होंने तुरंत प्रशासन से बात की और प्रशन के अधिकारियों ने यहां का दौरा कर उन्हें यहां से शिफ्ट कर दिया है। साथ ही यहां पर काम भी शुरु कर दिया है।