Tamil nadu news: तमिलनाडु के कोयंबटूर में दिवाली से एक रात पहले 23 अक्टूबर को मंदिर के पास हुए धमाके को लेकर नया खुलासा हुआ है। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, धमाके की जांच कर रही एनआईए के अनुसार धमाके में मारा गया 29 साल का इंजिनियर जमीशा मुबीन एक आत्मघाती हमलावर था। उसको बम संभालने का अनुभव नहीं था
कोयंबटूर: दीवाली की पूर्व संध्या पर कोयंबटूर में संगमेश्वर मंदिर के सामने कार विस्फोट हुआ। इसमें 29 वर्षीय संदिग्ध आत्मघाती हमलावर जेम्सा मुबीन मारा गया। जिस तरह इस्लामिक स्टेट में आतंकवादियों को सूइसाइड बॉम्बर बनाकर भेजा जाता है। मुबीन उसी तरह आत्मघाती हमलावर बनाकर पहुंचा था। उसने अपने सिर से लेकर पैर तक पूरे शरीर के बाल मुंडाए और शरीर पर जिहाद संबंधि बात लिखी, उसके बाद मिशन पर गया। अधिकारी ने बताया कि विस्फोट में उसका शरीर जला नहीं था। हमें यह निष्कर्ष निकालने के लिए पर्याप्त त्वचा मिली। उसने बाहर जाने से पहले अपने शरीर का मुंडन कर लिया था
मुबीन के विस्फोट से पहले के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए हैं। दो एलपीजी सिलिंडर वाली कार में बैठने से पहले वह फुटेज में नजर आ रहा है। 23 अक्टूबर की फुटेज में दिख रहा है कि वह शर्ट और पैंट पहने है। जांच टीम ने वह ट्रिमर भी बरामद किया है, जिससे मुबीन ने शरीर के बाल साफ किए थे।
लिखा: उखाड़ फेंका जाएगा
जांच टीम के सदस्य ने बताया कि ऐसा लगता है कि वह शरीर के बाल मुंडाने के बाद नहाया और उसके बाद प्रार्थना की। चाक से उसने एक हरे रंग की स्लेट पर आईएस का झंडा भी बनाया था। अधिकारी ने बताया कि मुबीन ने तमिल में स्लेट पर लिखा था कि ‘जो लोग अल्लाह के घर को छूने की हिम्मत करते हैं उन्हें उखाड़ फेंका जाएगा।’
श्रीलंकाई ईस्टर विस्फोटों के मास्टरमाइंड से था इंप्रेस
अधिकारी ने कहा, ‘हमारे पास ऐसी सामग्री है जो दर्शाती है कि वह श्रीलंकाई ईस्टर विस्फोटों के मास्टरमाइंड मौलवी जहरान बिन हाशिम के वीडियो से प्रभावित था।’ एक अधिकारी ने बताया कि मुबीन ने कथित तौर पर एक कागज के टुकड़े पर जिहाद के आह्वान के बारे में भी लिखा था। उसने लिखा कि एक पवित्र युद्ध छेड़ना युवाओं का कर्तव्य है, बच्चों और बुजुर्गों का नहीं। उसने मनुष्यों को दो श्रेणियों मुसलमान और काफिर के रूप में सूचीबद्ध किया। उसने लिखा ‘वाल येन्थु’, मतलब तलवार चलाना है।
कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने मुबीन की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट न्यायिक अदालत और जांच अधिकारी को भेज दी है। जिस कार में विस्फोट हुआ, उसमें दो एलपीजी सिलेंडर और विस्फोटक, कील और कांच के मार्बल से भरे तीन स्टील के ड्रम मिले।
डायरी में लिखीं खौफनाक बातें
अधिकारी ने यह भी बताया कि मुबीन के घर से बम बनाने की काफी सामग्री बरामद हुई। जो सामग्री जब्त की गई है उसमें काला पाउडर, पोटेशियम नाइट्रेट, काला पाउडर नाइट्रोग्लिसरीन, पीईटीएन पाउडर, एल्यूमीनियम पाउडर, सल्फर पाउडर, बांझ सर्जिकल है। उसके घर में मिली ज्यादातर किताबें और नोट्स बम बनाने के थे। डायरी में अजीब बातें लिखी थीं। हिंदू देवी-देवताओं, ईसाई धर्म को लेकर और धर्म गुरुओं के नाम लिखकर चार्ट बनाए गए थे।
क्या हुआ था 23 अक्टूबर को?
तमिलनाडु के कोयंबटूर में दिवाली से एक रात पहले 23 अक्टूबर को मंदिर के पास हुए धमाके को लेकर नया खुलासा हुआ है। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, धमाके की जांच कर रही एनआईए के अनुसार धमाके में मारा गया 29 साल का इंजिनियर जमीशा मुबीन एक आत्मघाती हमलावर था। उसको बम संभालने का अनुभव नहीं था। इस कारण कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक कार में दो एलपीजी सिलेंडर थे। इनमें से एक फटा था। यदि दूसरा भी फट जाता तो मंदिर की ओर जाने वाली सड़क के किनारे के मकान भी क्षतिग्रस्त हो सकते थे। सूत्रों ने कहा था कि घटना स्थल से विस्फोटक सामग्री के अवशेषों के अलावा छर्रे व कीलें भी मिली थीं। संभवत: इन्हें गैस सिलेंडर में भरकर विस्फोट के लिए तैयार किया गया था।