Delhi Mosquitoes Attack News: दिल्ली में मच्छरों की संख्या बढ़ने से आम लोग परेशान हैं। इनकी संख्या में इजाफ मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों को न्योता दे सकता है। दिल्ली में इस हफ्ते डेंगू के 299 मामले सामने आए हैं। अबतक डेंगू के कुल 2175 मामले सामने आ चुके हैं।
नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से घरों में मच्छरों की संख्या बढ़ने से लोग परेशान हैं। दिवाली के बाद अक्सर मच्छरों की संख्या कम हो जाती है, लेकिन इस बार उलटा हो रहा है। इस पर एमसीडी अफसरों का कहना है कि मच्छरों को जिंदा रहने के लिए तापमान कम से कम रूम टेंपरेचर के बराबर होना चाहिए। इससे कम तापमान होने पर मच्छरों का सर्वाइव करना मुश्किल होता है। पिछले कुछ दिनों से रात में तापमान गिरने के चलते अंधेरा होते ही मच्छर रूम टेंपरेचर पर जिंदा रहने के लिए घरों के अंदर आ जाते हैं, जिसके चलते मच्छरों की संख्या अचानक बढ़ गई है।
घरों के अंदर बढ़ी मच्छरों की संख्या
एमसीडी के पब्लिक हेल्थ विभाग के अफसरों के अनुसार मच्छरों को जिंदा रहने के लिए तापमान कम से कम 27-28 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए। दिन में तो तापमान 27 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक हो रहा है, लेकिन रात में अचानक तापमान कम होने पर मच्छर बाहर से घरों के अंदर आने लगते हैं। यही वजह है कि रात में घरों के अंदर इनकी संख्या बढ़ गई है। मच्छरों को मारने के लिए अब दवाइयों का छिड़काव के लिए मैन पावर अब डबल कर दिया गया है। डेंगू के मामले भी धीरे-धीरे कम होने लगे हैं। डेंगू के 299 नए मामले आए
एमसीडी रिपोर्ट के अनुसार डेंगू के नए मामले इस हफ्ते 299 हैं। इन मामलों के साथ ही दिल्ली में अबतक डेंगू के कुल 2175 मामले हो चुके हैं। पिछले साल इस समय तक डेंगू के 1537 और 2020 में इस समय तक डेंगू के 612 मामले ही थे। डेंगू के मामले में साउथ, सेंट्रल, नजफगढ़, वेस्ट और करोल बाग जोन टॉप-5 की लिस्ट में है। इस साल दिल्ली में डेंगू के जितने मामले दर्ज हुए हैं, उसमें अकेले साउथ जोन से 7.5 प्रतिशत मामले आए हैं। सेंट्रल जोन से कुल मामलों का करीब 7 प्रतिशत हैं। मलेरिया के नए मामले 6 हैं। मलेरिया के अबतक कुल 200 मामले सामने आए हैं। चिकनगुनिया के कुल 40 मामले हैं।